वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही में एसबीआई (SBI) को 3,954.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में बैंक को 2,416.37 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। बता दें कि इससे पहले 2012 की मार्च तिमाही में बैंक को 4,050 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। एसबीआई के वित्तीय नतीजे बाजार जानकारों के अनुमान से बेहतर रहे हैं। प्रोविजन में भारी गिरावट के कारण एसबीआई का मुनाफा अधिक रहा।
एसबीआई के प्रोविजन 65% की गिरावट के साथ 6,606 करोड़ रुपये के रह गये, जबकि शुद्ध ब्याज आमदनी 21,902 करोड़ रुपये से 21.4% की बढ़ोतरी के साथ 22,691 करोड़ रुपये और शुद्ध ब्याज मार्जिन 2.97% रहा, जो ठीक पिछली तिमाही में 2.92% रहा था।
बैंक ने एनपीए के मामले में भी काफी सुधार किया है। साल दर साल आधार पर बैंक का शुद्ध एनपीए अनुपात 5.61% से घट कर 3.95% और सकल एनपीए अनुपात 10.35% की तुलना में 8.71% रह गया।
तिमाही के दौरान एसबीआई का प्रोविजन कवरेज अनुपात 74.63% रहा, जो ठीक पिछली तिमाही में 70.7% था। इसके अलावा बैंक की कुल जमा साल दर साल आधार पर 6.76% की बढ़त के साथ 28.3 लाख करोड़ रुपये और घरेलू एडवांसेज 15.65% की वृद्धि के साथ 18.79 लाख करोड़ रुपये की रही।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एसबीआई के नतीजों को हर मामले में बेहतर रहा है। बैंक का मुनाफा ब्रोकिंग फर्म के अनुमान से अधिक रहा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एसबीआई के 3,556 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था।
दूसरी तरफ बीएसई में 293.35 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले एसबीआई का शेयर आज हल्की वृद्धि के साथ 296.05 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 302.00 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। मगर पौने 2 बजे के बाद बैंक के शेयर भाव में कमजोरी देखने को मिली। अंत में यह 9.05 रुपये या 3.09% की कमजोरी के साथ 284.30 रुपये पर बंद हुआ। वहीं पिछले 52 हफ्तों में बैंक के शेयर का सर्वाधिक भाव 325.85 रुपये और निचला स्तर 232.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथ, 01 फरवरी 2019)