वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही की तुलना में 2018-19 की समान अवधि में प्रमुख ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड उत्पादक ग्रेफाइट इंडिया (Graphite India) का मुनाफा दोगुने से अधिक रहा।
कंपनी ने 359 करोड़ रुपये से मुकाबले 112.8% अधिक 764 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। ग्रेफाइट इंडिया की शुद्ध आमदनी भी 1,025 करोड़ रुपये से 81% की वृद्धि के साथ 1,855 करोड़ रुपये रही।
साल दर साल आधार पर ही कंपनी का एबिटा 99.4% की बढ़त के साथ 1,083 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 541 आधार अंक सुधर कर 58.4% हो गया। हालाँकि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने ग्रेफाइट इंडिया के नतीजों को नरम बताया है, जिनमें एबिटा और मुनाफा अनुमान से कम रहा। ब्रोकिंग फर्म ने कंपनी के लिए 821.6 करोड़ रुपये के मुनाफे और 982.6 करोड़ रुपये के एबिटा का अनुमान लगाया था।
बता दें कि कंपनी की उपयोगिता 86% से घट कर 80% रह गयी, जो ठीक पिछली तिमाही में 93% रही थी। वहीं ग्रेफाइट इलेक्ट्रॉड्स के बिक्री भाव में गिरावट और कच्चे माल की लागत में 20.7% वृद्धि के कारण ग्रेफाइट इंडिया का सकल मार्जिन 813 आधार अंक गिर कर 76.4% रह गया।
दूसरी तरफ बीएसई में ग्रेफाइट इंडिया का शेयर 518.45 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में सुबह बढ़त के साथ 527.00 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 568.00 रुपये तक चढ़ा। मगर ऊपरी स्तर से ही इसमें गिरावट देखने को मिली। अंत में ग्रेफाइट इंडिया का शेयर 2.50 रुपये या 0.48% की कमजोरी के साथ 515.95 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 06 फरवरी 2019)