साल दर साल आधार पर 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) के शुद्ध लाभ में 76.9% की जोरदार गिरावट आयी है।
2017 की समान अवधि में 2,143.74 करोड़ रुपये के मुकाबले कंपनी ने 495.14 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। हालाँकि भारत पेट्रोलियम की शुद्ध आमदनी 70,201 करोड़ रुपये से 25% की वृद्धि के साथ 88,237 करोड़ रुपये हो गयी। गौरतलब है कि भारत पेट्रोलियम के नतीजे जानकारों के अनुसान से बेहतर रहे।
भारत पेट्रोलियम का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 7.89 डॉलर प्रति के मुकाबले 2.78 प्रति डॉलर रह गया, जिससे इसके मुनाफे पर असर पड़ा है। जीआरएम, एक तेल रिफाइनरी द्वारा उत्पादित माल के मूल्य और उत्पादन में उपयोग की जाने वाली कच्चे माल की कीमत के बीच का अंतर है।
भारत पेट्रोलियम का एबिटा 77% की गिरावट के साथ 737.36 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 436 आधार अंक घट कर 0.9% रह गया।
इसके अलावा साल दर साल आधार पर ही कंपनी ने 72.7 लाख टन के मुकाबले 3% अधिक 74.9 लाख टन कच्चे तेल को ईंधन में बदला। वहीं भारत पेट्रोलियम की बाजार बिक्री 0.2% बढ़ कर 1.067 करोड़ टन और निर्यात 36.2% घट कर 7.9 लाख टन रहा।
उधर बीएसई में भारत पेट्रोलियम का शेयर 2.40 रुपये या 0.71% की कमजोरी के साथ 337.60 रुपये पर बंद हुआ। वहीं पिछले 52 हफ्तों में कंपनी के शेयर का सर्वाधिक भाव 493.55 रुपये और निचला स्तर 239.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 09 फरवरी 2019)