संकट से जूझ रहे जेपी समूह ने अपना सीमेंट व्यवसाय और साथ ही कुछ अन्य छोटे व्यवसायों को बेचने की योजना सामने रखी है। इस समूह की दो कंपनियों जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) और जयप्रकाश पावर वेंचर्स (JPVL) आज अपनी विनिवेश योजनाओं की घोषणा की।
दरअसल जेपी समूह इस समय भारी कर्ज के बोझ से दबा है और कुछ समय पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स के विरुद्ध दीवालिया प्रक्रिया शुरू करने की भी बात कही थी। इससे बचने और कर्ज के बोझ को घटाने के लिए समूह ने अपने कुछ व्यवसाय बेचने का रास्ता चुना है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) ने स्टॉक एक्सचेंजों को भेजे गये एक संक्षिप्त बयान में कहा कि कंपनी के कर्ज को घटाने के प्रयासों के तहत इसके निदेशक मंडल ने आज अपनी बैठक में कंपनी के प्रमुख सीमेंट व्यवसाय को बेचने का निर्णय लिया है। इस घोषणा के बाद आज जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर भाव में जोरदार तेजी रही। आज के कारोबार में यह शेयर बीएसई में 12.04 रुपये के उच्चतम स्तर तक जाने के बाद अंत में 1.04 रुपये या 9.72% की उछाल के साथ 11.74 रुपये पर बंद हुआ।
इसी समूह की अन्य कंपनी जयप्रकाश पावर वेंचर्स (जेपीवीएल) ने एक्सचेंजों को भेजे बयान में बताया कि उसके निदेशक बोर्ड ने मध्य प्रदेश के निगरी में स्थित अपनी सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई और कुछ अन्य गैर-प्रमुख (नॉन-कोर) संपत्तियों को बेचने का निर्णय लिया है। जेपी पावर (जेपीवीएल) के शेयर भाव में भी आज मजबूती रही और यह 3.80% की तेजी के साथ 8.46 रुपये पर बंद हुआ।
खबरों के अनुसार जेपी समूह के सीमेंट व्यवसाय को खरीदने में अदाणी समूह दिलचस्पी दिखा रहा है। निगरी सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई को खरीदने के लिए गौतम अदाणी की अध्यक्षता वाले अदाणी समूह की ओर से 50 अरब रुपये की पेशकश की अटकलें हैं। यह अधिग्रहण अदाणी समूह की सीमेंट इकाई के जरिये किया जा सकता है।
अगर अदाणी समूह यह अधिग्रहण कर लेता है और इससे भारत के सीमेंट क्षेत्र में उसका दबदबा कायम हो जायेगा। इसी साल मई में अदाणी समूह ने सिंगापुर की होलसिम सीमेंट से अंबुजा सीमेंट और एसीसी को खरीद अचानक ही देश के दूसरे सबसे बड़े सीमेंट निर्माता का दर्जा हासिल कर लिया। अभी इस समूह की सालाना स्थापित सीमेंट उत्पादन क्षमता 6.75 करोड़ टन की है।
हालाँकि इस मामले में अभी अदाणी समूह का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पर इससे पहले समूह ने पिछले महीने जानकारी दी थी कि वह अपनी सीमेंट उत्पादन क्षमता को 200 अरब रुपये के निवेश से अगले पाँच साल में 14 करोड़ टन पर ले जाने की योजना पर काम कर रहा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जेपीवीएल को 241.93 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। संचालन से उसकी कुल आय 914.99 करोड़ रुपये से बढ़ कर 1820.37 करोड़ रुपये हो गयी है। दूसरी तरफ, जेएएल को समान अवधि में 362.91 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। हालाँकि इस दौरान संचालन से उसकी आय में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबल 979.71 करोड़ रुपये से बढ़ कर 1001.43 करोड़ रुपये हो गयी है। (शेयर मंथन, 10 अक्तूबर 2022)