मार्कसंस फार्मा का फोकस कारोबार विस्तार पर है। इसी कड़ी में कंपनी टेवाफार्मा के फॉर्मूलेशन कारोबार का अधिग्रहण करने जा रही है।
इसके लिए कंपनी ने टेवा फार्मा के साथ करार किया है। इस करार के तहत कंपनी गोवा आधारित बल्क फार्मास्यूटिकल फॉर्मूलेशंस कारोबार को खरीदेगी। इसके लिए टेवाफार्म के साथ बिजनेस ट्रांसफर एग्रीमेंट (कारोबार हस्तांतरण समझौता) किया गया है। इस समझौते के तहत कंपनी बल्क फार्मास्यूटिकल फॉर्मूलेशंस के उत्पादन और आपूर्ति कारोबार को अधिग्रहण करेगी। इस कारोबार का अधिग्रहण स्लंप सेल आधार पर करेगी। स्लंप सेल बिक्री की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी संपत्ति या देनदारी को उसके विशेष वैल्यू को मानते हुए बेची जाए। कंपनी ने इकाई में काम कर रहे कर्मचारियों को मौजूदा शर्तों पर रखने को राजी हो गई है। यह जानकारी मार्कसंस फार्मा ने एक्सचेंज को दी है।
यह अधिग्रहण प्रक्रिया नकदी में होगा और 1 अप्रैल 2023 तक इसे पूरी होने की उम्मीद है। हालाकि कंपनी ने सौदे की रकम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालाकि टेवा फार्मा गोवा के वर्ना (Verna) उत्पादन इकाई में अपना काम जारी रखेगी। मार्कसंस वित्त वर्ष 2023 के अंत तक टेवा फार्मा को समझौते के तहत कुछ चुनिंदा उत्पादों की आपूर्ति करती रहेगी। मार्कसंस फार्मा के प्रोमोटर और प्रबंध निदेशक मार्क सलदान्हा (Mark Saldanha) ने कहा कि इस अधिग्रहण से कंपनी की उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और साथ ही हमारे वृद्धि की मुख्य रणनीति में भी तेजी आएगी। इससे हमारे इनोवेटिव उत्पाद के पोर्टफोलियो को भी मदद मिलेगी। कंपनी की क्रीम, ऑइन्ट्मन्ट (मरहम) के उत्पादन शुरू करने की योजना है। कंपनी को भरोसा है कि इस अधिग्रहण से वृद्धि के सफर को और मजबूती मिलेगी, साथ ही शेयरधारकों के लिए और वैल्यू का निर्माण होगा। इस अधिग्रहण से कंपनी की मौजूदा घरेलू क्षमता दोगुनी करने की योजना है। कंपनी की नए इकाई से टैबलेट, कड़ा और मुलायम जेल (Gel) कैप्सूल, मरहम, क्रीम बनाने की योजना है। कंपनी के पास फिलहाल तीन उत्पादन इकाई हैं जो अमेरिका, यूके (UK) और भारत के गोवा में है।
(शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2022)