रिलायंस जियो का 5G नेटवर्क विस्तार का काम जोरों पर है। इसी कड़ी में कंपनी ने यूरोपियन टेलीकॉम गियर बनाने वाली कंपनी एरिक्सन और नोकिया को 5G (5जी) नेटवर्क के लिए ऑर्डर दिया है।
दोनों कंपनियों ने ऑर्डर मिलने की जानकारी दी है। इन दोनों कंपनियों को मेगा 5G नेटवर्क के लिए ऑर्डर मिला है। कंपनियों ने ऑर्डर के रकम की जानकारी नहीं दी है। 5G अगली पीढ़ी की तकनीक है जिसके इस्तेमाल से इंटरनेट की गति कई गुना बढ़ जाएगी। स्वीडन की टेलीकॉम गियर बनाने वाली कंपनी एरिक्सन ने रिलायंस जियो के साथ 5G के लिए लंबी अवधि के लिए रणनीतिक करार किया है। एरिक्सन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी की एनर्जी एफिशिएंट 5G रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) उत्पाद और समाधान मुहैया कराएगी। रिलायंस जियो के 5G नेटवर्क में एरिक्सन के ई-बैंड माइक्रोवेब मोबाइल ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशन का इस्तेमाल होगा। इन सभी उपकरणों का इस्तेमाल नए बनाए गए 5G एसए (SA) नेटवर्क के लिए किया जाएगा। यह इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ताकि संचार सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी और इसके ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। इसका फायदा व्यक्तिगत ग्राहक, एंटरप्राइज या इंडस्ट्री का ग्राहक हो सभी को बराबर मिलेगा।
रिलायंस जियो का एरिक्सन के साथ रेडियो एक्सेस नेटवर्क को लेकर यह पहला करार है। इस करार से नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण होगा और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी। इसके अलावा फिनलैंड की कंपनी नोकिया को भी रिलायंस जियो से कई सालों के लिए एक ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर के तहत नोकिया को विश्व के सबसे बड़े 5जी नेटवर्क्स में एक नेटवर्क के तौर पर विकसित करना है। करार के तहत नोकिया अपने एरयस्केल पोर्टफोलियों में से उपकरणों की आपूर्ति करेगी। इसमें बेस स्टेशन, ऊच्च क्षमता वाले 5G मैसिव मिमो (MIMO) यानी मल्टीपल इनपुट और मल्टीपल आउटपुट एंटीना और रिमोट रेडियो हेड (RRH) शामिल है। इसका इस्तेमाल अलग-अलग स्पेक्ट्रम बैंड के लिए किया जाएगा। आपको बता दें कि जियो ने 5 अक्टूबर को देश के चार शहरों में 5G सेवा का बीटा ट्रायल शुरू किया है। इसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी शामिल है। हालाकि ट्रायल की सुविधा चुनिंदा ग्राहकों को ही दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अक्टूबर को देश में 5G सर्विस की शुरुआत का औपचारिक उद्घाटन किया था।
(शेयर मंथन,18 अक्टूबर 2022)