बीएसई (BSE) यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भी अब केवाईसी (KYC) रजिस्ट्रेशन एजेंसी (KRA) के कारोबार में उतर गई है। कंपनी की सब्सिडियरी बीएसई टेक्नोलॉजीज ने केवाईसी (KYC) रजिस्ट्रेशन एजेंसी कारोबार में उतरने का ऐलान किया है।
इसके तहत निवेशकों के केवाईसी के रिकॉर्ड को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से रखा जाता है। केआरए एक सेबी से रेगुलेटेड इंटरमीडियरी है। यह बाजार में निवेश करने वालों को निवेशकों के लिए नो योर क्लाइंट (KYC) की अनुमति देता है। सिक्योरिटीज मार्केट में निवेश के लिए यह अनिवार्य होता है। सिक्योरिटीज मार्केट के निवेशकों के लिए केआरए मुख्य सेगमेंट है और यह निवेशकों के यात्रा की शुरुआती बिंदु है। बीएसई (BSE) के चीफ बिजनेस ऑफिसर (CBO) समीर पाटिल ने कहा कि , हम सेबी को बीएसई पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद देते हैं कि उन्हें केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी चलाने के लिए मंजूरी दी है। सालो साल बीएसई ग्रुप ने भारत के कैपिटल मार्केट में बदलाव की दिशा में हमेशा से अग्रणी रहा है। इसी कड़ी में एन नई सेवा को बाजार में उतारने की मंजूरी से समेकित निवेशकों तक पहुंचने का प्रयास और आसान होगा।
अप्रैल में सेबी ने केआरए के लिए नया दिशानिर्देश जारी किया था। इसके तहत एजेंसी 1 जुलाई से ग्राहकों के केवाईसी रिकॉर्ड को स्वतंत्र रुप से मान्यता दे सकेंगे। इस नए दिशानिर्देश के तहत केवाईसी (KYC) रजिस्ट्रेशन एजेंसी मौजूदा ग्राहकों के अलावा नए ग्राहकों के रिकॉर्ड को स्वतंत्र रुप से मान्यता दे सकेंगे। यह उन ग्राहकों के लिए है जिनका केवाईसी ओवीडी (OVD) यानी ऑफिशियली वैलिड डॉक्यूमेंट आधार (UIDAI) के जरिए पूरा हुआ हो। इसके अलावा उन ग्राहकों के रिकॉर्ड को तब पूरा होगा जब उनके पास आधार नंबर मिल जाएगा।
(शेयर मंथन, 28 अक्टूबर 2022)