पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 24 फरवरी को हुई बोर्ड बैठक में निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दी है। कंपनी के बोर्ड ने 803 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
बोर्ड ने देश में बिजली ट्रांसमिशन से जुड़े कई प्रस्तावों में निवेश को मंजूरी दी है। एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा गया है कि पावरग्रिड के कमिटि ऑफ डायरेक्टर्स ऑन इन्वेस्टमेंट ऑन प्रोजेक्ट्स ने कहा कि बोर्ड ने 803 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को मंजूरी देना का फैसला किया है। कंपनी ने 4 प्रोजेक्ट में निवेश को मंजूरी दी है। कंपनी ने डब्लू आर-एनआर (WR-NR) इन्टर रीजनल कॉरिडोर (400 केवी भीनमाल-जेरदा लाइन) को मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 200.58 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह प्रोजेक्ट मई 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। दूसरा प्रोजेक्ट एचवीपीएनएल (HVPNL) ट्रांसमिशन स्कीम के इन्टरकनेक्शन के लिए आईएसटीएस (ISTS) स्कीम को पूरा करना है। इस प्रोजेक्ट पर 107.77 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसे फरवरी से जुलाई 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा वेस्टर्न रीजन एक्सपैंशन स्कीम-XXV (WRES-XXV) को लागू करना है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 385.84 करोड़ रुपये की लागत आएगी। प्रोजेक्ट के नवंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही नॉर्थ-ईस्टर्न रीजन एक्सपैंशन स्कीम-XX ((NERES-XX) को भी बोर्ड से मंजूरी मिली है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 109.38 करोड़ रुपये की है और यह नवंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही कंपनी की सब्सिडियरी पावरग्रिड टेलीसर्विसेज को टेलीकॉम विभाग से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर कैटेगरी-I ((IP-I) का सर्टिफिकेट (प्रमाण पत्र) मिला है। कंपनी इस सब्सिडियरी के जरिए अलग-अलग तरह की संपत्तियों जैसे डार्क फाइबर, फाइट ऑफ वे डक्ट स्पेस और टावर लगाने और उसके रख-रखाव का काम करेगी।
(शेयर मंथन 25 फरवरी, 2023)