ग्रैन्यूल्स इंडिया को यूएसएफडीए से दवा की अर्जी को मंजूरी

ग्रैन्यूल्स इंडिया को अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यानी यूएसएफडीए (USFDA) से दवा की अर्जी को मंजूरी मिली है। कंपनी को गाबापेंटिन (gabapentin) के जेनरिक दवा के लिए मंजूरी मिली है। इस दवा का इस्तेमाल ऑपरेशन के बाद वयस्कों में न्यूरैलजिया के प्रबंधन के लिए किया जाता है।

 इसके अलावा इस दवा का इस्तेमाल आंशिक तौर पर मिर्गी के इलाज के लिए भी किया जाता है। एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि यूएसएफडीए से गाबापेंटिन दवा के 600 मिली ग्राम और 800 मिली ग्राम क्षमता वाले दवाई के लिए मंजूरी मिली है। यह दवा रेफरेंस लिस्टेड ड्रग न्यूरोन्टिन टैबलेट के समान है। यह दवा वायट्रिस स्पेश्यालिटी एलएलसी (LLC) बनाती है। गाबापेंटिन दवा का इस्तेमाल 3 साल से ऊपर के बच्चे और वयस्कों में मिर्गी के लिए भी किया जाता है। इस दवा का अमेरिकी बाजार में सालाना कारोबार 14.5 करोड़ डॉलर है। कंपनी को अब तक 55 दवाओं की अर्जी को मंजूरी मिल चुकी है जिसमें से 53 दवाओं को अंतिम मंजूरी मिली है जबकि दो दवाओं की मंजूरी शुरुआती स्तर की है। कंपनी की अमेरिकी सब्सिडियरी ने पैकेजिंग सुविधा शुरू की है। यह सुविधा अमेरिका के वर्जीनिया शुरू की गई है। आपको बता दें कि ग्रैन्यूल्स कंज्यूमर हेल्थ कंपनी की अमेरिकी सब्सिडियरी है। इस इकाई को हाल ही में अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यूएसएफडीए से क्लीन चिट मिली थी। कंपनी का शेयर बीएसई (BSE) पर 1.14% चढ़ कर 274.10 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।

 

(शेयर मंथन, 29 मार्च, 2023)