स्पेश्यालिटी केमिकल मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनी नियोजेन केमिकल (Neogen Chemicals) ने जापान की एमयूआईएस (MUIS) के साथ करार का ऐलान किया है। यह करार एमयू आयोनिक सॉल्यूशंस कॉरपोरेशन जापान के साथ किया गया है। इस करार के तहत नियोजेन केमिकल भारत में इलेक्ट्रोलाइट के लिए मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लाइसेंस हासिल करेगी।
आपको बता दें कि एमयूआईएस (MUIS) एक संयुक्त उपक्रम है जिसमें मित्सुबिशी केमिकल कॉरपोरशन (MCC) और यूबीई कॉरपोरेशन शामिल हैं। यह मित्सुबिशी केमिकल ग्रुप का हिस्सा है। समझौते के मुताबिक नियोजन को एमयूआईएस (MUIS) से लाइसेंस मिलेगा। कंपनी को नियोजेन को इलेक्ट्रोलाइट्स सॉल्यूशंस बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग तकनीक हासिल करेगी। कंपनी अपने भारत स्थित इकाई में इसका उत्पादन करेगी।
अनुमान के मुताबिक कंपनी अपने इकाई की अधिकतम क्षमता 30000 टन सालाना का इस्तेमाल करेगी। कंपनी की इलेक्ट्रोलाइट्स सॉल्यूशंस उत्पादन करने के पीछे भारत में लीथियम ऑयन सेल मैन्युफैक्चर्रस की बढ़ती मांग को पूरा करना मकसद है। कंपनी ने अपने आकलन के मुताबिक शुरुआत में तकनीक पर 450 करोड़ रुपए के पूंजीगत खर्च करने की योजना बनाई है। इस निवेश से सालाना 10000 टन इलेक्ट्रोलाइट्स सॉल्यूशंस का उत्पादन हो सकेगा।
नियोजन केमिकल के प्रबंध निदेशक हरिन कनानी ने कहा कि इस समझौते के बाद हमारे पास सालाना 30000 टन की क्षमता हो गई है। फिलहाल कंपनी इस बात का आकलन कर रही है कि कितने चरण में वह 30000 टन सालना की क्षमता हासिल कर लेगी। इसके साथ ही दोनों कंपनियों के तकनीक में कितना अंतर है और इसके लिए कितनी रकम की जरूरत होगी। हरिन कनानी को उम्मीद है कि कंपनी 2025-26 तक गुजरात में इस नई तकनीकी लाइसेंस हासिल करने के बाद व्यावसायिक इकाई लगाएगी। फिलहाल कंपनी की तीन इकाइयां काम कर रही हैं जिसमें महाराष्ट्र के म्हापे, भरूच के दाहेज (SEZ) एसईजेड और वडोदरा के करखड़ी इकाई शामिल है। साल 2022-23 के लिए कंपनी की आय 650-700 करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है। कंपनी का शेयर बीएसई (BSE) पर 14.55% चढ़ कर 1,619.45 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 11 अप्रैल, 2023)