टाटा ग्रुप की नामी और स्टील की दिग्गज कंपनी टाटा स्टील के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 83 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 10030 करोड़ रुपये से घटकर 1693 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी तिमाही में 9835 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।
वहीं कंपनी की कंसोलिडेटेड आय में 9 फीसदी की गिरावट आयी है। आय 69324 करोड़ रुपये से घटकर 62962 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी का कुल खर्च 57,635.79 करोड़ रुपये से बढ़कर 59,918.15 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के कामकाजी मुनाफे में 52 फीसदी की कमी देखने को मिली है। कामकाजी मुनाफा 15030 करोड़ रुपये से घटकर 7220 करोड़ हो गया है। वहीं मार्जिन में भी बड़े स्तर पर गिरावट आयी है। मार्जिन 21.7% से घटकर 11.46% के निचले स्तर पर आ गया है। कंपनी का भारतीय कारोबार से कामकाजी मुनाफा 23305 रुपये प्रति टन से घटकर 16160 रुपये प्रति टन दर्ज हुआ है। वहीं यूरोप कारोबार से कामकाजी घाटा तिमाही आधार पर 95 डॉलर प्रति टन रहा है। कंपनी के कुल कर्ज में भी कमी आयी है। कंपनी का कर्ज 3900 करोड़ रुपये घटकर 67810 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी ने 3.60 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है। टाटा स्टील देश की छह स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों में से एक है।
(शेयर मंथन 2 मई,2023)