कम बेस के कारण डॉ रेड्डीज का मुनाफा चौथी तिमाही में 9 गुना बढ़ा

चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज के मुनाफे में 9 गुना की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल के 87.5 करोड़ रुपये मुनाफे के मुकाबले मौजूदा तिमाही में मुनाफा 959 करोड़ रुपये दर्ज हुआ है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी के मुनाफे में 91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

 मुनाफा 2022 के 2357 करोड़ रुपये के मुकाबले 4507 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी की आय में 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह 5,437 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,297 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। आय में बढ़ोतरी की वजह उत्तरी अमेरिका, यूरोप और भारतीय बाजार में कारोबार का अच्छा प्रदर्शन रहा है। कंपनी की आय वित्त वर्ष 2023 में 15 फीसदी बढ़ी है और यह 21439 करोड़ रुपये से बढ़कर 24, 588 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। आय में वृद्धि की वजह कंपनी की ओर से बाजार में नई उत्पादों को उतारना रहा है। कंपनी के बैलेंस शीट में फिलहाल 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी उपलब्ध है। कंपनी ने 40 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है। सालाना आधार पर जेनरिक कारोबार में 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है और यह 2530 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। मौजूदा तिमाही में कंपनी ने 6 नए उत्पादों को बाजार में उतारा वहीं वित्त वर्ष 2023 में 25 नई दवाइयों को बाजार में उतारा है। भारतीय कारोबार में 17 फीसदी की वृद्धि हुई है और यह 1280 करोड़ रुपये हो गया है। मौजूदा उत्पादों की कीमतों में बढो़तरी के कारण ऐसा संभव हो सका है। 

(शेयर मंथन, 10 मई, 2023)