ग्रैन्यूएल्स इंडिया को अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर से दवा की अर्जी को मंजूरी मिली है। खास बात यह है कि इस दवा को रिकॉर्ड 9 महीने में मंजूरी मिली है। कंपनी को Levetiracetam टैबलेट के लिए मंजूरी मिली है। इस दवा का इस्तेमाल वयस्कों में मिर्गी के इलाज में किया जाता है।
वहीं 1 महीने से ज्यादा और उससे ज्यादा उम्र के बच्चों में आंशिक मिर्गी के इलाज में इस दवा का इस्तेमाल होता है। यह दवा 250, 500, 750 और 1000 मिली ग्राम क्षमता में मौजूद होगी। यह दवा यूसीबी (UCB) के केपरा टैबलेट के समान है। कंपनी को अब यूएसएफडीए से अब कुल 58 दवाओं की अर्जी के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इसमें से 56 दवाओं के लिए अंतिम मंजूरी जबकि 2 दवाओं की अर्जी को शुरुआती मंजूरी मिली है।
इस दवा का अमेरिकी बाजार में सालाना कारोबार 24.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर है। वहीं कंपनी को मेटोप्रोलोल सक्सिनेट यानी Metoprolol Succinate ER टैबलेट की अर्जी को भी यूएसएफडीए से मंजूरी मिली है। यह दवा 25, 50, 100 और 200 मिली ग्राम क्षमता में मौजूद होगी। यह दवा टोपरोल की जेनरिक दावा है। इस दवा का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर कम करने के लिए किया जाता है। इस दवा का अमेरिकी बाजार में सालाना कारोबार 32.1 करोड़ डॉलर है। कंपनी का शेयर बीएसई (BSE) पर 0.54% चढ़ कर 287.10 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है।
(शेयर मंथन, 14 जून, 2023)