पहली तिमाही में भेल (BHEL) का घाटा 83.3% बढ़ा

पावर जेनरेशन उपकरण उत्पादन करने वाली कंपनी भेल (BHEL) ने पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के घाटे में 83.3% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का घाटा 192 करोड़ रुपये से बढ़कर 352 करोड़ रुपये हो गया है।

 वहीं आय में 7.1% की मामूली बढ़त देखने को मिली है। कंपनी की आय 4672 करोड़ रुपये से बढ़कर 5003.4 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं कामकाजी घाटा 175.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 364 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के अन्य आय में 53% की बढ़ोतरी देखने को मिली है। अन्य आय 79.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 122.1 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है। कंपनी के पावर कारोबार से आय में 8.3% की बढ़ोतरी हुई है। आय 3526.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 3819.16 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं इंडस्ट्री कारोबार से आय में 8.2% की वृद्धि हुई है। आय 923.29 करोड़ रुपये से बढ़कर 999.21 करोड़ रुपये हो गई है।

कंपनी के कारोबार के लिए खरीदे जाने वाले सामानों के खर्च में 71.3% की बढ़ोतरी हुई है। खर्च 794 करोड़ रुपये से बढ़कर 1360 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी का ऑर्डरबुक फिलहाल 1.01 लाख करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के कुल ऑर्डरबुक में पावर सेक्टर की हिस्सेदारी 68.2%, इंडस्ट्री 27.4% और निर्यात की हिस्सेदारी 4.4% है। कंपनी ने ग्रीनस्टैट हाइड्रोजन इंडिया के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है। ग्रीन हाइड्रोजन में सहयोग, डेरिवेटिव में हाइड्रोजन वैल्यू चेन के लिए करार किया है। आपको बता दें कि भेल भारी उद्योग मंत्रालय के तहत काम करने वाली एक सरकारी कंपनी है जो पावर उत्पादन करने वाले उपकरणों का उत्पादन करती है।

(शेयर मंथन, 6 अगस्त 2023)