अमेरिकी एफडीए (USFDA) की ओर से आरती ड्रग्स की दो उत्पादन इकाइयों के लिए आयात चेतावनी (इंपोर्ट एलर्ट) जारी किये जाने पर मंगलवार को कंपनी के शेयर भाव में भारी गिरावट आयी।
हालाँकि कंपनी ने अपने स्पष्टीकरण में बताया है कि उसकी तारापुर स्थित जिन दो इकाइयों के लिए एफडीए की वेबसाइट पर 23 मार्च 2015 की तारीख से आयात चेतावनी दी गयी है, उनमें से केवल एक ही यूएस एफडीए वाली इकाई है। कंपनी ने कई सालों पहले ही दूसरी इकाई का पंजीकरण यूएस एफडीए से हटा लिया है। अपनी ई-22 इकाई के लिए कंपनी ने जानकारी दी है कि इसकी एक दोबारा जाँच अगस्त 2014 में हुई थी। इसके बाद कंपनी ने अगस्त 2014 से अब तक चार जवाब दाखिल किये हैं, जिनमें आखिरी जवाब फरवरी 2015 में दाखिल किया गया है।
आरती ड्रग्स के मुताबिक उसे आयात चेतावनी के बारे में अब तक यूएस एफडीए से औपचारिक सूचना नहीं मिली है। औपचारिक सूचना मिलने के बाद वह इस चेतावनी को हटवाने के लिए कदम उठायेगी। कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि साल 2014-15 में उसकी कुल बिक्री की मात्रा में अमेरिकी बिक्री का योगदान 1% से भी कम है, लिहाजा उसकी कुल आय और मुनाफे पर इस चेतावनी के चलते कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
हालाँकि कंपनी ने यह स्पष्टीकरण सुबह ही जारी कर दिया था, मगर पूरे दिन बाजार में आरती ड्रग्स के शेयर पर दबाव बना रहा। आज के ही कारोबार में कंपनी की ओर से जारी 1:1 के अनुपात के बोनस की वजह से भी कंपनी के शेयर भाव समायोजित किये गये। बीएसई में अंत में यह शेयर 47.38 रुपये या 7.03% (समायोजित) के नुकसान के साथ 626.25 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2015)