नकदी संकट का सामना कर रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) को 6 और विमानों का संचालन रोकना पड़ा है।
कंपनी ने जानकारी दी है कि पट्टा करार के तहत पट्टेदारों को विमानों के किराये का भुगतान न करने के कारण ये विमान अब जमीन पर हैं।
खबरों के अनुसार इसी वजह से फरवरी महीने से अब तक कंपनी को अपने करीब 78 विमान जमीन पर उतारने पड़े हैं, जिसकी वजह से इसकी लगभग 1,000 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह सिलसिला और बढ़ेगा।
खबर है कि इस समय जेट एयरवेज के 119 विमानों के बेड़े में से केवल 41 विमानों (करीब 34%) का ही संचालन हो रहा है। 25 साल पुरानी विमानन कंपनी पर 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसे चुका पाने में यह असमर्थ है। कंपनी ऋण के भुगतान और ब्याज पर भी चूक रही है।
जेट एयरवेज को बचाने के लिए अब सरकार आगे आयी है। सरकार ने सरकारी बैंकों को दिवालिया हुए बिना एयरलाइन को बचाने के लिए कहा है।
इस बीच बीएसई में जेट एयरवेज का शेयर 229.05 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले गिरावट के साथ 215.70 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार के दौरान 213.95 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है।
करीब साढ़े 11 बजे कंपनी का शेयर 10.65 रुपये या 4.65% की गिरावट के साथ 218.40 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 2,480.97 करोड़ रुपये है। वहीं पिछले 52 हफ्तों में कंपनी के शेयर का सर्वाधिक भाव 689.35 रुपये और निचला स्तर 163.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 20 मार्च 2019)