नकारात्मक वैश्विक संकेतों से घरेलू बाजार पर दबाव : के के मित्तल (K K Mital)

वैश्विक संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार कमजोर नजर आ रहा है।
मेरा कहना है कि आने वाले दिनों में निफ्टी (Nifty) 5700-5650 तक जा सकता है। एफआईआई की ओर से बिकवाली हो रही है। अमेरिका में बांड खरीद कार्यक्रम को धीमा करने की संभावना की खबर के बीच नकदी (लिक्विडिटी) के प्रवाह में कमी आती दिख रही है। अब बाजार की नजर आगामी 17 जून को आररबीआई की होने वाली बैठक पर है। इस बैठक में आरबीआई नीतिगत ब्याज दरों को लेकर क्या कदम उठाता है? मुझे उम्मीद है कि विकास दर, आईआईपी, महँगाई दर के आँकड़ों और मानसून को देखते हुए आरबीआई नीतिगत ब्याज दरों में 0.25% अंक की कटौती कर सकता है। 
क्षेत्रों के लिहाज से आईटी, दवा और तेल-गैस ठीक लग रहे हैं। लंबी अवधि के नजरिये के हिसाब से ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, वीएसटी इंडस्ट्रीज, एक्जॉल नोबल, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक और कैस्ट्रोल इंडिया के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। (इनमें विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।) के के मित्तल, पीएमएस प्रमुख, ग्लोब कैपिटल (K K Mital, Head - PMS, Globe Capital)
(शेयर मंथन, 13 जून 2013)