जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर पहुँची टाटा ग्रुप (Tata Group) के पास

कर्ज में डूबी और पूँजी संकट का सामना कर रही जेट एयरवेज (Jet Airways) कारोबार जारी रखने के लिए हर संभव प्रयास करती दिख रही है।

खबरों के अनुसार जेट एयरवेज ने एक बार फिर से संभावित बेलआउट (Bailout) के लिए टाटा ग्रुप (Tata Group) का रुख किया है। खबर है कि एक महीने में विमानन कंपनी के पास नकदी समाप्त हो जायेगी, इसीलिए कंपनी ने एक बार से टाटा ग्रुप के साथ वार्ता शुरू की है। इससे पहले बीते नवंबर के मध्य में खबर आयी थी कि कंपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए टाटा ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है।
पिछले करीब दो महीनों में हिस्सेदारी बेचने के लिए जेट एयरवेज की कई कंपनियों के साथ बातचीत की खबरें आयी हैं। इनमें टाटा ग्रुप के अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज और जेट एयरवेज की प्रमोटर इतिहाद (Etihad) शामिल हैं। जेट एयरवेज ने 1,500 करोड़ रुपये के ऋण के लिए एसबीआई (SBI) के साथ भी बातचीत की। हाल ही में खबर आयी थी कि बैंक और कंपनी के बीच ऋण सौदा हो सकता है।
ऋण और नकदी संकट के कारण जेट एयरवेज के शेयर को भी काफी नुकसान पहुँचा है। 05 जनवरी 2018 को जेट एयरवेज के शेयर का बंद भाव 870.55 रुपये था, जबकि कल यह 253.50 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 12 जनवरी 2019)