नयी दवा के लिए यूएसएफडीए की मंजूरी के बावजूद दबाव में ल्युपिन (Lupin)

प्रमुख दवा कंपनी ल्युपिन (Lupin) को अमेरिकी औषधि नियामक यूएसएफडीए (USFDA) ने एक नयी दवा के लिए मंजूरी दे दी है।

ल्युपिन को ताडालफिल (Tadalafil) के लिए यूएसएफडीए की मंजूरी मिली है, जिसका इस्तेमाल फेफड़े की धमनी में उच्च रक्तचाप और पुरस्थ ग्रंथि में अतिवृद्धि के उपचार में किया जाता है। 2018 में इस दवा की अमेरिका में कुल बिक्री 47.34 करोड़ डॉलर की रही थी।
हालाँकि नयी दवा की मंजूरी के बावजूद आज ल्युपिन का शेयर कमजोर स्थिति में है। दरअसल कल कंपनी ने अपने वित्तीय नतीजे घोषित किये थे। बता दें कि ल्युपिन को 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 151.75 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ल्युपिन को 221.73 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
दरअसल कंपनी को तिमाही के दौरान यूरोप में पेरिंडोप्रिल मुकदमे में 342 करोड़ रुपये का असामान्य घाटा हुआ, जिससे इसका मुनाफा प्रभावित हुआ। हालाँकि जानकारों ने ल्युपिन के 268 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था। वहीं ल्युपिन की शुद्ध आमदनी 3,900.36 करोड़ रुपये के मुकाबले 12.24% की बढ़ोतरी के साथ 4,377.94 करोड़ रुपये रही।
बीएसई में ल्युपिन का शेयर 841.95 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में कमजोरी के साथ 825.35 रुपये पर खुला। शुरुआती कारोबार में 844.35 रुपये का ऊपरी स्तर छूने के बाद ल्युपिन के शेयरों में बिकवाली हुई, जिसके बाद यह दोबारा हरे निशान में नहीं आ सका है। सवा 11 बजे के आस-पास कंपनी के शेयरों में 19.85 रुपये या 2.36% की गिरावट के साथ 822.10 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। (शेयर मंथन, 07 फरवरी 2019)