डीएचएफएल (DHFL) को आरबीआई (RBI) ने इसलिए दिखायी हरी झंडी

संकट से गुजर रही गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) डीएचएफएल (DHFL) को आरबीआई (RBI) ने हरी झंडी दिखा दी है।

डीएचएफएल को सहयोगी कंपनी अवांस फाइनेंशियल (Avanse Financial) में अपनी हिस्सेदारी वारबर्ग पिनकस (Warburg Pincus) को बेचने के लिए आरबीआई से मंजूरी मिली है। डीएचएफएल के निदेशक मंडल ने 16 मार्च को ही अवांस फाइनेंशियल में हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
अवांस फाइनेंशियल सर्विसेज एक शिक्षा केंद्रित एनबीएफसी है। अवांस फाइनेंशियल में इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (International Finance Corporation) की भी हिस्सेदारी है। डीएचएफएल को उम्मीद है कि अवांस में हिस्सेदारी बिक्री जल्द ही पूरी हो जायेगी।
गौरतलब है कि मार्च में डीएचएफएल की मूल कंपनी वधावन ग्लोबल कैपिटल ने वारबर्ग पिनकस ग्रुप के साथ अवांस फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी पूरी 49.04% हिस्सेदारी बेचने के लिए किये गये करार का ऐलान किया था।
उधर बीएसई में 111.60 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले डीएचएफएल का शेयर कमजोरी के साथ 100.45 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार में 94.90 रुपये के निचले स्तर तक गिरा है, जो इसके पिछले 52 हफ्तों का सबसे न्यूनतम भाव है। साढ़े 10 बजे के करीब यह 13.10 रुपये या 11.74% की कमजोरी के साथ 98.50 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 3,095.86 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 690.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 06 जून 2019)