देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी इन्फोसिस (Infosys) का शेयर आज 16% से ज्यादा की कमजोरी के साथ बंद हुआ।
आज कंपनी के शेयर में पिछले 6 सालों की सर्वाधिक दैनिक गिरावट आयी। दरअसल कंपनी के कुछ अज्ञात कर्मचारियों (जिन्हें व्हिस्लब्लोअर कहा जा रहा है) ने आरोप लगाया है कि कंपनी अपनी आमदनी और मुनाफे को बढ़ा कर दिखाने के लिए अनैतिक कार्यप्रणाली अपना रही है। कंपनी पर अपने खातों में हेर-फेर का आरोप है।
उधर कंपनी ने मामले को ऑडिट समिति के सामने पेश कर दिया है। इन्फोसिस के अध्यक्ष नंदन नीलकणी ने एक बयान में कहा है कि इन्फोसिस यह सुनिश्चित करेगी कि शिकायत की 'पूरी तह तक' जाँच की जाये।
मगर इस आरोप से इन्फोसिस के निवेशक चिंता में आ गये और उन्होंने कंपनी के शेयरों में जोरदार बिकवाली की, जिससे कंपनी की बाजार पूँजी में भी करीब 44,000 करोड़ रुपये की गिरावट आयी।
बीएसई में इन्फोसिस का शेयर 767.75 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले आज कमजोरी के साथ 691.00 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान 638.30 रुपये के पिछले एक महीने के निचले स्तर तक फिसला।
अंत में यह 124.45 रुपये या 16.21% की कमजोरी के साथ 643.30 रुपये पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 2,76,300.08 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 847.40 रुपये और निचला स्तर 600.65 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 22 अक्टूबर 2019)