ब्रिलो ब्रांड के तहत सन फार्मा कोलेस्ट्रॉल की दवा बाजार में उतारेगी

सन फार्मा भारत में कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दवा बाजार में उतारेगी। सन फार्मा लो डेंसिटी लाइपोप्रोटीन यानी (LDL) कोलेस्ट्रॉल को घटाने के लिए दवा उतारने की योजना पर काम कर रही है।

कंपनी की सब्सिडियरी की बेम्पेडोइक एसिड (Bempedoic Acid) ओरल ड्रग बाजार में उतारेगी। कंपनी इस दवा को Brillo (ब्रिलो) ब्रांड के तहत बाजार में उतारेगी।
कंपनी के मुताबिक फिलहाल बाजार में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दूसरी दवाओं से यह बिल्कुल अलग है।
वैसे लोगों में भी हाई कोलेस्ट्रॉल रहता है जिनमें जिनमें आनुवंशिक तौर पर यह पाया गया है या दिल की बीमारी वाले व्यक्ति में भी हाई कोलेस्ट्रॉल मौजूद रहता है। सन फार्मा कार्डियोवैस्कुलर सेगमेंट से जुड़ी दवा बनाने में नामी कंपनी है। साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम करने की थेरैपी में भी कंपनी अग्रणी रही है। सन फार्मा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कीर्ति गनोरकर ने कहा कि कंपनी नए उत्पाद लाने को प्रतिबद्ध है। कंपनी ब्रिलो ब्रांड के तहत कोलेस्ट्रॉल को कम करने की ओरल दवा बाजार में उतारेगी।
यह दवा दिल की बीमारी वाले मरीजों में हाई लो डेंसिटी लाइपोप्रोटीन यानी (LDL) कम करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। भारत में प्रति लाख व्यक्ति पर 272 व्यक्ति को दिल की बीमारी है। जहां तक वैश्विक अनुपात का सावल है तो यह आंकड़ा 1 लाख की आबादी पर 235 लोगों को दिल की बीमारी है। दिल की बीमारी वाले मरीजों के इलाज में बेम्पेडोइक एसिड (Bempedoic Acid) इलाज का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
Brillo (ब्रिलो) ब्रांड के भारत में उतरने से वैसे मरीजों की जरूरतें पूरी हो जाएंगी जिन्हें इसकी आवश्यकता है। IMS MAT के जनवरी 2022 के आंकड़ों के मुताबिक स्टैटिन का बाजार भारत में 4,300 करोड़ रुपए है। (शेयर मंथन 18 मई 2022)