नए एसयूवी के उत्पादन के लिए टोयोटा और सुजुकी के बीच करार

टोयोटा और सुजुकी ने एसयूवी के उत्पादन के लिए करार का विस्तार किया है। यह करार भारत के लिए किया गया है। दोनों कंपनियां नेट जीरो इमिशन के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 टोयोटा और सुजुकी करार के विस्तार के तहत एसयूवी का उत्पादन करेंगी जिसे सुजुकी ने डेवलप किया है। यह करार भारत के लिए किया गया है। दोनों कंपनियां नेट जीरो इमिशन के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसे टोयोटा किर्लोस्कर मोटर यानी टीकेएम (TKM) इकाई में किया जाएगा। इस नए एसयूवी का उत्पादन अगस्त से शुरू होगा। दोनों कंपनियों ने संयुक्त स्तर पर बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। सुजुकी की भारतीय सब्सिडियरी मारुति सुजुकी इंडिया और टीकेएम इस नए मॉडल की भारत में मार्केटिंग करेंगे। इसे सुजुकी और टोयोटा मॉडल के तौर पर बेचा जाएगा। इसके अलावा इन दोनों कंपनियों की इस मॉडल को निर्यात करने की भी योजना है। भारत से बाहर भेजे जाने वाले बाजार में अफ्रीका में शामिल हैं। टोयोटा के प्रेसिडेंट अकियो टोयोडा ने कहा कि हमें सुजुकी के साथ एसयूवी को लेकर किए गए करार का ऐलान करते हुए काफी खुशी हो रही है। कंपनी का भारतीय कारोबार में स्थानीय तौर पर शामिल होने का लंबा रिकॉर्ड है। मौजूदा समय में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के सामने चुनौतियां बढ़ रही हैं जिसमें विद्युतीकरण और कार्बन न्यूट्रैलिटी शामिल हैं। दोनों कंपनियां एक दूसरे के मजबूत पक्ष को शामिल कर भारतीय ग्राहकों को नए विकल्प देने पर विचार कर रही हैं। दोनों कंपनियां कार्बनडाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी लाने को प्रतिबद्ध हैं। कंपनियां इस तरह का मौहाल बनाना चाह रही है जहां पर समाज के सभी लोग आगे बढ़ें। सुजुकी प्रेसिडेंट तोशिहिरो सुजुकी ने कहा कि नए एसयूवी का उत्पादन टीकेएम में किया जाएगा। यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो भारत के ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली होगी।भारत के ग्राहकों को इको फ्रेंडली मोबिलिटी की जरूरत है। यह करार को और गहरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। हम टोयोटा से मिले मदद के लिए उनकी प्रशंसा करते हैं। साथ ही नए करार से लगातार तालमेल बनाते हुए कारोबार के नए अवसर भी तलाशे जाएंगे। नए मॉडल के पावरट्रेन की बिक्री भारत में की जाएगी। इसमें हाइब्रिड तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें मध्यम स्तर की तकनीक सुजुकी की होगी तो टोयोटा के तकनीक का योगदान ज्यादा होगा। टोयोटा और सुजुकी जैसी दो बड़ी कंपनियों के एक साथ आने से ग्राहकों को विद्युतीकरण तकनीक का फायदा मिलेगा। इससे कार्बन न्यूट्रल समाज का सपना भी साकार होने में मदद मिलेगी। टोयोटा और सुजुकी 'मेक इन इंडिया' की पहल को और आगे बढ़ाएंगे। कंपनियां सरकार के 2070 तक नेट जीरो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लक्ष्य को हासिल करने में मदद देंगी। टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन और सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने कारोबार करार के लिए 2017 में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया था। उस समय से दोनों कंपनियां मिलकर अपने-अपने क्षेत्र की मजबूती का साथ एक दूसरे को दे रहे हैं। करार के तहत फिलहाल फिलहाल सुजुकी के प्रीमयम हैचबैक जैसे बलेनो को ग्लैंजा जबकि एसयूवी ब्रीजा को अर्बन क्रूजर के तौर पर भारत में उपलब्ध कराया जा रहा है।

 

(शेयर मंथन, 24 जून 2022)