लार्सन एंड टूब्रो ने शुरू की ग्रीन हाइड्रोजन इकाई

 देश की दिग्गज इंफ्रा कंपनी लार्सन एंड टूब्रो ने ग्रीन हाइड्रोजन इकाई शुरू किया है। कंपनी ने यह इकाई गुजरात के हजीरा में शुरू की है।

 इस इकाई का उद्घाटन इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने किया। इस इकाई से उत्पादन होने वाला ग्रीन हाइड्रोजन अल्कलाइन इलेक्ट्रोलाइसिस प्रक्रिया पर आधारित है। इस इकाई से रोजाना करीब 45 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा। इस एनर्जी का इस्तेमाल कंपनी के हजीरा मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स में किया जाएगा। इस इकाई को को 800 किलो वाट के इलेक्ट्रोलाइजर क्षमता के मुताबिक डिजाइन किया गया है। इसमें 380 किलो वाट अल्कलाइन और 420 किलो वाट पीईएम (PEM) यानी प्रोटीन एक्सचेंज मेंब्रेन तकनीक पर आधारित है। इस इकाई को बिजली आपूर्ति 990 किलो वाट के रुफटॉप सोलर इकाई से की जाएगी जो डीसी (डायरेक्ट करंट) क्षमता वाली होगी। इसके अलावा 500 किलो वाट आवर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम से की जाएगी। प्रोजेक्ट के पहले चरण में 380 किलो वाट अल्कलाइन इलेक्ट्रोलाइजर की शुरुआत हो गई है। वहीं 420 किलो वाट पीईएम इलेक्ट्रोलाइजर जिसमें 1.6 मेगा वाट के पीक डीसी पावर क्षमता का विस्तार भविष्य की विस्तार योजना में शामिल है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट (एनर्जी) के मुताबिक, कंपनी हमेशा से इनोवेटिव और सस्टेनेबल सॉल्यूशंस देने में आगे रहती है। हमें अपने इंजीनियर्स पर गर्व है कि उन्होंने ग्रीन हाइड्रोजन इकाई हजीरा कॉम्प्लेक्स में स्थापित किया। कंपनी ने यह कदम क्लाइमेट लीडरशिप लक्ष्य 2026 के तहत उठाया गया है।इसका मकसद ग्रीनहाउस गैस के उतसर्जन में कमी लाना है। कंपनी के अलावा ग्राहक भी ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने की योजना में शामिल होंगे। कंपनी की सालाना ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 300 टन की कमी लाना है। लार्सन एंड टूब्रो का कारोबार विश्वभर के 50 से ज्यादा देशों में फैला है। कंपनी पिछले आठ दशक से कई क्षेत्रों में काम कर रही है।

(शेयर मंथन 22 अगस्त, 2022)