सरकार ने सीपीएसई ईटीएफ (CPSE ETF) के फॉलो-ऑन फंड ऑफर (FFO) से जुटाये 17,000 करोड़ रुपये

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के फर्दर फंड ऑफर (एफएफओ) को निवेशकों की ओर से 3.5 गुना से भी अधिक आवेदन भेजे गये।

शुक्रवार शाम 5 बजे तक एफएफओ को करीब 27,300 करोड़ रुपये के 1.25 लाख आवेदन मिले। केंद्र सरकार इस इश्यू में 17,000 करोड़ रुपये अपने पास रखेगी, जो घरेलू स्तर पर किसी ईटीएफ से जुटायी गयी सर्वाधिक पूँजी है।
बता दें कि एफएफओ का मूल इश्यू आधार 8,000 करोड़ रुपये का था, जिसमें 6,000 करोड़ रुपये का ग्रीन-शू ऑप्शन रखा गया था। ग्रीन-शू ऑप्शन के तहत अतिरिक्त शेयर जारी करने का प्रावधान रखा जाता है। मगर अब सरकार ने इश्यू में 17,000 करोड़ रुपये के आवेदन स्वीकार करने का निर्णय लिया है।
शुक्रवार 30 नवंबर को बंद हुआ यह इश्यू 27 नवंबर को आवेदन के लिए खुला था। इससे पहले एफएफओ में एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित कोटे को करीब 5.5 गुना आवेदन मिले। सरकार ने एंकर निवेशकों के लिए 2,400 करोड़ रुपये का निवेश कोटा तय किया था, जबकि इसके मुकाबले एंकर निवेशकों ने करीब 13,300 करोड़ रुपये के लिए आवेदन भेजे। सरकार ने सभी श्रेणी के निवेशकों को 4.5% की छूट देने की घोषणा की थी।
बता दें कि इश्यू में कुल 27,300 करोड़ रुपये में से 17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के आवेदन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भेजे। वहीं 93,000 आवेदनों के जरिये खुदरा निवेशकों ने 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की निविदाएँ दाखिल की। इसके अलावा प्रोविडेंट फंड निकाय ईपीएफओ ने ईटीएफ एफएफओ में करीब 1,500 करोड़ रुपये के शेयरों के लिए बोली लगायी।
गौरतलब है कि सीपीएसई ईटीएफ का संचालन रिलायंस एएमसी करती है। रिलायंस निप्पॉन लाइफ, सीपीएसई ईटीएफ की प्रस्तावित किस्त की प्रबंधक है। (शेयर मंथन, 01 दिसंबर 2018)