गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की भारतीय म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण करेगी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital)

reliance adag logo smallरिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट (Reliance Capital Asset Management) ने इस तरह के अपने पहले सौदे में गुरुवार को 243 करोड़ रुपये में वैश्विक दिग्गज गोल्डमैन सैक्स के भारत में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की।

सौदे की पूरी रकम का भुगतान नकद किया जायेगा और इसी के साथ गोल्डमैन सैक्स 13 लाख करोड़ रुपये के भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार से हट जायेगी। इस सौदे के तहत भारत में गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेट की कुल 7,132 करोड़ रुपये की 12 म्यूचुअल फंड स्कीमों का प्रबंधन रिलायंस कैपिटल अपने हाथ में ले लेगी। इस सौदे के साथ ही केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (सीपीएसई) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का इकलौता फंड मैनेजर बनने की दिशा में रिलायंस एमएफ का रास्ता भी साफ हो जायेगा।

आरसीएएम की मूल कंपनी रिलायंस कैपिटल ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों के बोर्ड ने सौदे को मंजूरी दे दी है और सौदे की प्रक्रिया इसी तिमाही में पूरी हो जायेगी। रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की कंपनी है जो बीमा, ब्रोकरेज और संपदा प्रबंधन क्षेत्रों में भी सक्रिय है। 

केंद्र सरकार ने पिछले साल गोल्डमैन सैक्स को सीपीएसई ईटीएफ के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके तहत केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दस कंपनियों में अपनी हिस्सेदारियाँ बेच कर अभी तक चार हजार करोड़ रुपए जुटाये हैं। 

गोल्डमैन सैक्स ने 2011 में 120 करोड़ रुपये में बेंचमार्क म्यूचुअल फंड के अधिग्रहण के साथ भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार में कदम रखा था। पर उसके बाद से गोल्डमैन सैक्स सहित कई विदेशी कंपनियाँ भारतीय बाजार से हाथ खींचकर वापस लौट चुकी हैं। 

इस सौदे की घोषणा के बाद रिलायंस कैपिटल के शेयर भाव में अच्छी उछाल देखने को मिली। आज यह बीएसई में 12.65 रुपये या 3.17% की बढ़त करते हुए 411.85 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 21 अक्टूबर 2015)

रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट (Reliance Capital Asset Management) ने इस तरह के अपने पहले सौदे में गुरुवार को 243 करोड़ रुप/s में वैश्विक दिग्गज गोल्डमैन सैक्स के भारत में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की। सौदे की पूरी रकम का भुगतान नकद किया जायेगा और इसी के साथ गोल्डमैन सैक्स 13 लाख करोड़ रुपये के भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार से हट जायेगी।

इस सौदे के तहत भारत में गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेट की कुल 7,132 करोड़ रुपये की 12 म्यूचुअल फंड स्कीमों का प्रबंधन रिलायंस कैपिटल अपने हाथ में ले लेगी। इस सौदे के साथ ही केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (सीपीएसई) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का इकलौता फंड मैनेजर बनने की दिशा में रिलायंस एमएफ का रास्ता भी साफ हो जायेगा।

आरसीएएम की मूल कंपनी रिलायंस कैपिटल ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों के बोर्ड ने सौदे को मंजूरी दे दी है और सौदे की प्रक्रिया इसी तिमाही में पूरी हो जायेगी। रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की कंपनी है जो बीमा, ब्रोकरेज और संपदा प्रबंधन क्षेत्रों में भी सक्रिय है।

केंद्र सरकार ने पिछले साल गोल्डमैन सैक्स को सीपीएसई ईटीएफ के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके तहत केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दस कंपनियों में अपनी हिस्सेदारियाँ बेच कर अभी तक चार हजार करोड़ रुपए जुटाये हैं।

गोल्डमैन सैक्स ने 2011 में 120 करोड़ रुपये में बेंचमार्क म्यूचुअल फंड के अधिग्रहण के साथ भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार में कदम रखा था। पर उसके बाद से गोल्डमैन सैक्स सहित कई विदेशी कंपनियाँ भारतीय बाजार से हाथ खींचकर वापस लौट चुकी हैं।

इस सौदे की घोषणा के बाद रिलायंस कैपिटल के शेयर भाव में अच्छी उछाल देखने को मिली। आज यह बीएसई में 12.65 रुपये या 3.17% की बढ़त करते हुए 411.85 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 21 अक्टूबर 2015)