
जून वायदा सीरीज के निपटान के दिन आज भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
गैस कीमतें नहीं बढ़ाये जाने से बाजार पर दबाव बढ़ा। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में देश में प्राकृतिक गैस की कीमतों में अगले तीन महीने तक इजाफा नहीं करने का फैसला लिया गया है।
निफ्टी (Nifty) 7,500 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 251 अंक यानी 0.99% की गिरावट के साथ 25,063 पर रहा। निफ्टी 76 अंक यानी 1.00% गिर कर 7,493 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.52% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.30% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.31% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज तेल-गैस और रियल्टी में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार की गिरावट रही। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में सीमित दायरे में ही काोरबार जारी रहा, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार तेजी से नीचे लुढ़कता चला गया। निफ्टी 7,500 के स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 25,021 और निफ्टी 7,481 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज तेल-गैस क्षेत्र में सबसे ज्यादा 3.88% की तेज गिरावट रही। रियल्टी में 2.74%, धातु में 1.15%, बैंकिंग में 1.13% और एफएमसीजी में 0.37% की गिरावट रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 0.88%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.69%, हेल्थकेयर में 0.33%, टीईसीके में 0.15%, ऑटो में 0.13% और आईटी में 0.15% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 26 जून 2014)