टाटा कैपिटल ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल–जून 2025) में बेहतरीन नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर 1,040.93 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 472.21 करोड़ रुपये था। यानी एक साल में मुनाफा लगभग दोगुना (120 प्रतिशत से अधिक) हो गया। कुल आय (Total Income) भी बढ़कर 7,691.65 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष यह 6,557.40 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के व्यवसाय में मजबूती का संकेत नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) से भी मिलता है। यह बढ़कर 2,866.2 करोड़ रुपये तक पहुंची, जो पिछले साल ₹2,454 करोड़ थी। यानी लगभग 16.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दईज की है। वहीं, खर्चों में कटौती ने भी मुनाफा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। वित्तीय उपकरणों पर इम्पेयरमेंट में 5.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि कर्मचारियों पर खर्च 11.2 प्रतिशत और अन्य खर्च 4.3 प्रतिशत कम हुए।
इन शानदार नतीजों के साथ टाटा कैपिटल ने IPO की तैयारी भी तेज कर दी है। कंपनी ने डीआरएचपी फाइल किया है, जिसके अनुसार 21 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे और 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के ज़रिए बिकेंगे। इसमें टाटा संस अपने 23 करोड़ शेयर और IFC (International Finance Corporation) 3.58 करोड़ शेयर बेचेंगे। अनुमान है कि यह IPO भारतीय वित्तीय क्षेत्र का सबसे बड़ा IPO साबित हो सकता है।
कुल मिलाकर, टाटा कैपिटल के Q1 नतीजे यह दर्शाते हैं कि कंपनी मजबूत ग्रोथ पथ पर है। आय और मुनाफा दोनों में दोगुनी बढ़ोतरी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। IPO से पहले इतना मजबूत प्रदर्शन कंपनी के लिए भरोसा और आकर्षण दोनों बढ़ाता है।