

एनएसई द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, एफपीओ खुलने के अंतिम दिन यानी कल इसके 5,30,12,95,500 शेयरों की माँग आयी, जो इसके द्वारा जारी किये जाने वाले शेयरों का 6.74 गुना है। यह एफपीओ 3 दिसंबर 2013 को खुला था। कंपनी ने एफपीओ का प्राइस बैंड प्रति शेयर 85-90 रुपये रखा है। कंपनी ने इस एफपीओ में खुदरा निवेशकों और पात्रता रखने वाले कर्मचारियों को दायरे के ऊपरी स्तर का 5% यानी 4.50 रुपये की छूट दी गयी है।
कंपनी के एफपीओ में योग्यताप्राप्त संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) की ओर से शेयरों की 9.09 गुना माँग आयी। गैर संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) की ओर से 9.70 गुना और खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों की ओर से माँग 2.17 गुना रही। वहीं, कर्मचारियों की ओर से 1.31 गुना माँग रही।
केंद्र सरकार पावर ग्रिड में 17% हिस्सेदारी बेचेगी। ओएफएस के जरिये कंपनी का 4% हिस्सा बेचा जायेगा, जबकि 13% हिस्सेदारी एफपीओ के जरिये बेची जायेगी। इसके बाद पावर ग्रिड में सरकार की 65.4% हिस्सेदारी शेष रहेगी। इस विनिवेश से सरकार को करीब 1,700 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है, जबकि कंपनी को 5,700 करोड़ रुपये मिलेंगे।
शेयर बाजार में कल कंपनी के शेयर भाव में मजबूती का रुख रहा। बीएसई में शुक्रवार के कारोबार में कंपनी का शेयर 99.85 रुपये तक चला गया। हालाँकि इसकी मजबूती में कमी आयी। बीएसई में कंपनी का शेयर 2.86% के बढ़त के साथ 98.90 रुपये पर बंद हुआ था। (शेयर मंथन, 07 दिसंबर 2013)