सोलह मार्च को सूचीबद्ध होगा एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज (SBI Cards and Payment Services) का शेयर

एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज (SBI Cards and Payment Services) साल 2020 में स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने वाली पहली कंपनी होगी।

कंपनी के शेयरों का आवंटन पूरा होने के बाद अब सबकी नजरें इस बात पर टिक गयी हैं कि इसका शेयर किस भाव पर एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होता है, वह भी कोरोना वायरस से उपजी चिन्ताओं के माहौल में। एसबीआई कार्ड्स के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 16 मार्च 2020 यानि सोमवार को सूचीबद्ध होंगे। एचडीएफसी बैंक के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता इस कंपनी ने इसका इश्यू प्राइस 755 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
निवेशकों में एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज के आईपीओ (IPO) के लिए जोरदार माँग देखी गयी थी। भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) द्वारा प्रवर्तित इस कंपनी के आईपीओ इश्यू के लिए दो से पाँच मार्च के बीच आवेदन माँगे गये थे और इसके लिए कुल मिला कर 26.54 गुना आवेदन प्राप्त हुए थे। हालाँकि यह बाजार के जानकारों के अनुमान के मुकाबले काफी कम था। श्रेणीवार नजर डालें, तो खुदरा निवेशकों (Retail Individual Investors) के लिए आरक्षित श्रेणी में 2.50 गुना, वहीं गैर संस्थागत निवेशकों (Non-Institutional Investors) की ओर से 45.23 गुना आवेदन प्राप्त हुए। कर्मचारियों के आरक्षित श्रेणी में 4.74 गुना, जबकि एसबीआई शेयरधारक श्रेणी में इश्यू के लिए 25.36 गुना आवेदन मिले। पात्र संस्थागत खरीदारों (Qualified Institutional Buyers') की ओर से इसके लिए 57.18 गुना आवेदन प्राप्त हुए। इसके आईपीओ में 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों के लिए प्राइस बैंड 750-755 रुपये रखा गया था।
नवंबर 2019 में भारतीय स्टेट बैंक को अपनी क्रेडिट कार्ड सहायक कंपनी एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज के आईपीओ में हिस्सेदारी बेचने के लिए निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गयी थी। एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज दरअसल भारतीय स्टेट बैंक और अमेरिका के कार्लाइल ग्रुप (Carlyle Group) का संयुक्त उद्यम है। वर्ष 1998 में स्थापित इस कंपनी में देश के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक की आईपीओ से पहले 74% हिस्सेदारी थी, जबकि शेष शेयरधारिता कार्लाइल ग्रुप की सहायक कंपनी सीए रोवर होल्डिंग्स (CA Rover Holdings) की थी। इस आईपीओ के बाद भारतीय स्टेट बैंक की कंपनी में हिस्सेदारी घट कर लगभग 70 प्रतिशत और सीए रोवर होल्डिंग्स की हिस्सेदारी लगभग 16 प्रतिशत रह जायेगी। (शेयर मंथन, 14 मार्च 2020)