जब तक निफ्टी (Nifty) 5640 न तोड़े, तब तक चिंता नहीं

राजीव रंजन झा : पिछले हफ्ते ही कोरस सुनाई दे रहा था कि निफ्टी 6,000 तक जा रहा है, लेकिन शुक्रवार और सोमवार की 2 दिनों की गिरावट ने ही जानकारों को नीचे की ओर देखने के लिए मजबूर कर दिया है।

शुक्रवार की सुबह बाजार ने जिस तरह ठंडा रुख अपनाया, उसने मुझे भी कुछ हद तक हैरत में डाला। गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद बीमा और पेंशन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की घोषणाओं के बाद शुक्रवार की सुबह के लिए मुझे लग रहा था कि “बाजार इस खबर पर खुश तो होगा, लेकिन इसे थोड़े विस्मय और थोड़े अविश्वास के साथ ही देखेगा।” लेकिन शुक्रवार को बाजार ने खुशी तो दिखायी ही नहीं। उल्टे एमके ग्लोबल के 650 करोड़ रुपये के गलत सौदों (फ्रीक ट्रेड) ने बाजार को अलग से डरा दिया।
इससे पहले 3 अक्टूबर की सुबह मैंने निफ्टी की 2 पट्टियों का जिक्र किया था (देखें http://www.sharemanthan.in/index.php/rag-bazaari/19951-rajeev-ranjan-jha-column-20121003)। तब निफ्टी इन दो पट्टियों में से छोटी पट्टी की ऊपरी रेखा से ठीक पहले अटक रहा था। इसलिए लग रहा था कि अगर इस छोटी पट्टी की ऊपरी रेखा को निफ्टी पार कर पाया तो विस्फोटक उछाल मिलेगी। लेकिन सवाल यह भी था कि अगर निफ्टी यहाँ अटक गया तो क्या होगा? तब मैंने लिखा था कि “सबसे पहले तो संभवतः यह  5447-5527 के बीच हाल में बना अंतराल (गैप) भरने की कोशिश करेगा। इस प्रयास में यह शायद अपनी छोटी पट्टी की निचली रेखा को छू भी लेगा, क्योंकि यह निचली रेखा अभी 5340-5350 के पास है और अक्टूबर के अंत तक 5500 पर होगी।” अब चूँकि निफ्टी अटकता दिख रहा है, लिहाजा इस दूसरी संभावना को ज्यादा गंभीरता से देखना होगा।
अगर निफ्टी कल के निचले स्तर 5666 को तोड़ कर और नीचे जाने लगे तो यह कहीं ज्यादा साफ हो जायेगा कि भारतीय शेयर बाजार की हाल की चाल टूटी है। अगर 5640 के भी नीचे जाये तो इसमें संदेह करने की गुंजाइश और भी कम रह जायेगी। वैसी हालत में ताजा ऊपरी अंतराल (गैप-अप) के दायरे 5447-5527 पर नजर रखनी होगी।
लेकिन यह ध्यान रखें कि निफ्टी अपनी ताजा उछाल में लगभग 6000 का लक्ष्य अधूरा छोड़ कर लौटा है। शायद इसलिए, कि बाजार में सभी लोग 6000 की और कुछ लोग इससे भी ऊपर की बातें करने लगे थे। इस आम राय को तोड़ने के लिए बाजार तब तक ठंडा रह सकता है, जब तक लोग इन ऊपरी स्तरों तक जाने की उम्मीद छोड़ न दें। ऐसा होता दिखने भी लगा है, क्योंकि कल बाजार के ज्यादातर विश्लेषकों ने अगले 2 हफ्तों के लिए 5750-5800 से ऊपर के लक्ष्यों की बात नहीं की। जैसे ही लोग और ज्यादा गिरावट के बारे में डरने लगेंगे, वैसे ही बाजार वापस पलट कर ऊपर के अधूरे लक्ष्यों को छूने के लिए बढ़ सकता है। इसलिए जब तक निफ्टी 5640 को पक्के तौर पर न तोड़े, तब तक ज्यादा चिंता भी न करें। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 09 अक्टूबर 2012)