अभी तो निफ्टी (Nifty) के लिए 6150 पर ही नजर

राजीव रंजन झा : बुधवार के बारे में मैंने कल सुबह दो बातें लिखी थीं – एक तो यह कि अगर निफ्टी (Nifty) 5840 का पहला सहारा तोड़ने के बदले 5870 के ऊपर निकलने लगे तो इसे पहला सकारात्मक संकेत मानें।

दूसरी बात यह थी कि 5890 के ऊपर जाने पर छोटी अवधि का रुझान सकारात्मक होने की उम्मीद करें। कल निफ्टी ने ये दोनों शर्तें पूरी कर दीं। हालाँकि अंदेशा यह भी था कि कहीं मुनाफावसूली का दबाव बढ़ न जाये। यह आशंका इसलिए थी कि निफ्टी 10 और 20 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज के नीचे आ गया था। लेकिन कल बुधवार को यह इन दोनों के ऊपर लौट गया, इसलिए अब स्थिति ठीक है।
लेकिन आप पूछेंगे कि छोटी अवधि का रुझान सकारात्मक होने की बात अभी से कहना जल्दबाजी नहीं होगी क्या? यह सवाल जायज है, क्योंकि यहाँ से थोड़ा ऊपर जाते ही 5940-5965 के दायरे में बाधा मिलेगी। लेकिन मुझे अगले कुछ दिनों में इस बाधा क्षेत्र के कट जाने की उम्मीद लग रही है। कारण यह है कि हाल में निफ्टी ने 5548 से 5965 तक की जो उछाल भरी, उसकी 38.2% वापसी के स्तर 5806 तक भी यह नहीं लौटा। अब यह इस उछाल की 23.6% वापसी के स्तर 5867 से ठीक-ठाक ऊपर आ गया है।
आम तौर पर जब कोई सूचकांक या शेयर इतनी कम वापसी करके ही पलटने लगे तो यह आगे एक अच्छी चाल बाकी होने का ही संकेत होता है। कोई चाहे तो अभी 5965 के पार होने का इंतजार कर सकता है, क्योंकि ऐसा होने के बाद ऊपर एक ठीक-ठाक बढ़त मिलने की उम्मीद रहेगी। लेकिन जिन कारोबारियों के लिए 5906 के मौजूदा स्तर से 5965 तक यानी लगभग 60 अंक की उछाल भी काफी मायने रखती है, वे शायद उतना इंतजार करने के बदले इन स्तरों पर भी दाँव लगाना पसंद करेंगे। अगर आज निफ्टी स्पॉट 5920 पार करके ऊपर निकलने लगे तो इस बात की काफी संभावना रहेगी कि यह कम-से-कम 5940-5965 के बाधा क्षेत्र को तो छू ही ले।
छोटी अवधि का रुझान सकारात्मक हो जाने की उम्मीद तब टूटेगी, जब निफ्टी मोटे तौर पर 5800 के नीचे आ जाये। अगर आप 100 अंक की गिरावट झेलने के बदले घाटा काटने के लिए छोटे पड़ावों को देखना चाहते हैं तो सबसे पहले 5900 को ही वह स्तर मान लें, जहाँ से कुछ दबाव की संभावना बन जायेगी। इसके बाद 5870 टूटने पर एक बार करीब 5840 के आसपास तक फिसलने की गुंजाइश तो बन ही जायेगी।
खैर, अगर निफ्टी अपनी इस चाल में 5965 को पार कर सका तो इसके आगे 6000 भले ही मनोवैज्ञानिक पड़ाव हो, लेकिन मेरी नजर 6020-6025 और उसके बाद 6150 के स्तर पर होगी। इस चाल से नये साल के शुरुआती दिन बेहतर रहने के आसार बन जायेंगे।
गौरतलब है कि निफ्टी 20 नवंबर के निचले स्तर 5548 से 11 दिसंबर के ऊपरी स्तर 5965 तक की उछाल के बाद एक सपाट या हल्के निचले झुकाव वाले दायरे के अंदर चला है। यह संरचना मुझे 6 जून के निचले स्तर 4770 से जून के मध्य में लगभग 5100-5150 तक की उछाल और उसके बाद जून के अंत तक एक दायरे के अंदर चलते रहने की याद दिलाती है। इसलिए यह भी रखना जरूरी है कि उसके बाद क्या किया था निफ्टी ने। जून के अंत में निफ्टी ने अपने दायरे को तोड़ा और फिर से नयी चाल पकड़ी। इस नयी चाल में वह 5150 के आसपास से करीब 200 अंक उछल कर 5350 के आसपास आ गया। अब यहाँ भी वैसे ही समीकरण बनते दिख रहे हैं। अगर 5950 के आसपास नयी चाल बने और निफ्टी फिर से 200 अंक की उछाल ले तो यह 6150 के लक्ष्य के आसपास ही चला जायेगा। इस अनुमान में बाकी सब कुछ तो ठीक है, लेकिन एक ही दिक्कत है। दिक्कत यही है कि आजकल 6150 के अनुमान की बाजार में काफी चर्चा होने लगी है। अगर निफ्टी के 6000 पार करते ही बाजार में 6150 के अगले लक्ष्य पर आम राय सी बन गयी, तो कहीं कुछ उल्टा-पुल्टा न हो जाये। उल्टा-पुल्टा मतलब कुछ भी, पर 6150 नहीं। या तो वहाँ तक जाये ही नहीं, या उससे काफी आगे निकल जाये। लेकिन वह बाद की बात है। अभी तो 6150 पर ही नजर रखेंगे। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2012)