बाजार में एक छोटी उछाल की तैयारी, मगर ऊपर खड़ी हैं बाधाएँ

राजीव रंजन झाराजीव रंजन झा : मंगलवार 12 मई की सुबह राग बाजारी में मैंने लिखा था कि "आज जिस तरह के अंतरराष्ट्रीय संकेत हैं, उनमें भारतीय बाजार की शुरुआत भी सुस्त ही होने के आसार हैं।

ऐसे में यह देखना होगा कि निफ्टी शुरुआती दबाव के बाद कितना सँभलता है और 8,356 के ऊपर निकल पाता है या नहीं। अगर यह ऐसा नहीं कर पाया तो आने वाले दिनों के लिए भी 8,356 पर मौजूद बाधा कुछ ज्यादा महत्वपूर्ण बन जायेगी।" मंगलवार को बाजार ने अनुमान के मुताबिक ही कमजोर शुरुआत की और उसके बाद तो निफ्टी बुरी तरह 198 अंक टूट कर बंद हुआ। फिर बुधवार को यह एकदम विपरीत चाल दिखाते हुए अच्छी तेजी में रहा, जिसमें निफ्टी 108 अंक उछल गया। कल गुरुवार को यह बुधवार के दायरे के अंदर ही सिमटा रहा। इस उतार-चढ़ाव में निफ्टी ने 8,356 को छूने या पार करने की कोशिश नहीं की। यहाँ याद दिला दूँ कि 8,356 पर 05 मई को बना सबसे ताजा शिखर है, जो इस समय बाजार के लिए एक तात्कालिक बाधा का काम कर रहा है।

20150514 nifty daily retracement
लेकिन दूसरी ओर 07 मई की तलहटी 7,997 पर भी लोगों की नजरें टिकी हैं और स्वाभाविक रूप से इसे एक मजबूत सहारा माना जा रहा है। यहाँ सहारा मिलने की उम्मीद इसलिए भी की जा सकती है कि मार्च-अप्रैल के उतार-चढ़ाव से बनी संरचना में 100% विस्तार का लक्ष्य यहीं था। मैंने 04 मई के राग बाजारी में भी लिखा था कि "निफ्टी के चार्ट में मार्च और अप्रैल 2015 के उतार-चढ़ाव का विस्तार देखें तो 8,845 से शुरू हुई गिरावट में 80% विस्तार 8,165 का है और 30 अप्रैल का निचला स्तर इसके पास 8,145 की है। अगर यह और फिसला तो 100% विस्तार यानी 7,995 तक जाना बहुत स्वाभाविक होगा।"
साथ ही दिसंबर 2014 में भी निफ्टी की तलहटी 7,961 पर थी। इसलिए मोटे तौर पर 7950-8000 के दायरे में एक समर्थन-क्षेत्र तो बनता है। बाजार में लोग उम्मीद करके चल रहे हैं कि यह समर्थन क्षेत्र आसानी से नहीं टूटेगा। इसीलिए, अगर निफ्टी इस समर्थन-क्षेत्र से नीचे गया तो घबराहट वाली बिकवाली भी शुरू होगी, जिसमें निफ्टी को अच्छी-खासी चोट लग सकती है।
इन दोनों बातों को ध्यान में रखें तो फिलहाल छोटी अवधि के लिए नीचे 7950-8000 और ऊपर 8,356 के बीच लगभग 400 अंकों का एक बड़ा दायरा बन जाता है। इस दायरे से निफ्टी ऊपर या नीचे जिस ओर बाहर निकलेगा, उस ओर छोटी अवधि की एक चाल बन जायेगी।
पिछले चार सत्रों की चाल पर निगाह डालें तो कुल कहानी यह दिखती है कि निफ्टी जहाँ एक ओर 8,356 के ठीक पिछले शिखर को पार करने में नाकाम रहा, वहीं इसने 200 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) के ऊपर भी लौटने की नाकाम कोशिश की। यह सोमवार को 200 एसएमए के ऊपर लौटा, मगर अगले ही दिन भारी गिरावट के साथ इसके नीचे लौट आया। बुधवार को तेजी दिखाने के बावजूद यह इसके ऊपर नहीं जा सका और कल भी यह 200 एसएमए के स्तर 8290 के काफी नीचे ही रहा। कल का ऊपरी स्तर 8236 का रहा।
हालाँकि कल दैनिक चार्ट पर निफ्टी ने निचला शिखर और ऊपरी तलहटी बनायी और इस तरह पिछले दिन के दायरे के अंदर सिमटा रहा। ऐसी कैंडल या बार को इनसाइड डे संरचना कहते हैं और यह बाजार की फौरी चाल बदलने का संकेत हो सकता है, बशर्ते आज के कारोबार में निफ्टी बुधवार के ऊपरी स्तर 8,255 को पार करे।
आज के अंतरराष्ट्रीय संकेत अच्छे रहने से निफ्टी को शुरुआती कारोबार में ही यह मुकाम पार करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि यह कल के बंद स्तर 8,224 से केवल 31 अंक ही दूर है। लेकिन अगर अच्छे अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बावजूद यह ऐसा नहीं कर पाया तो इससे तकनीकी कमजोरी ही जाहिर होगी। और हाँ, 8,255 पार करने के बाद भी 8,356 की बाधा तो अपनी जगह बनी ही रहेगी। बाजार में एक ठीक-ठाक चाल उसे पार करने के बाद ही आयेगी।
केवल आज की चाल के लिहाज से कहा जा सकता है कि अगर निफ्टी शुरुआती कारोबार में ही 8,255 के ऊपर निकल गया तो यह 8,333 और 8,356 के आसपास जाने की फिर से कोशिश कर सकता है। वहीं शुरुआती कारोबार में 8,180 के नीचे फिसलना आज के लिए कमजोरी का सबब बन सकता है। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 15 मई 2015)