2023 में मैक्रोटेक की 3800 करोड़ रुपए निवेश की योजना

 रियल्टी कंपनी मैक्रोटेक की वित्त वर्ष 2023 में 3800 करोड़ रुपए निवेश की योजना है। कंपनी की रियल्टी प्रोजेक्ट्स पर 3800 करोड़ रुपए निवेश की योजना है। कंपनी यह रकम मौजूदा चल रहे प्रोजेक्ट्स के अलावा नए प्रोजेक्ट्स पर निवेश करेगी। मैक्रोटेक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक लोढ़ा ने बताया कि अगले साल मार्च तक कंपनी की 10,000 घरों की डिलिवरी का लक्ष्य है।

कंपनी ने पिछले साल आईपीओ के जरिए 2500 करोड़ रुपए जुटाई है। आपको बता दें कि लोढ़ा ब्रांड के तहत उत्पादों की बिक्री करती है।
मैक्रोटेक ने पिछले वित्त वर्ष में कंस्ट्रक्शन पर 2,600 करोड़ रुपए का निवेश किया था। मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी की 3,800 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है।
कंपनी के कंस्ट्रक्शन पर खर्च में बढ़ोतरी की वजह नए प्रोजेक्ट्स की संख्या में बढ़ोतरी के साथ नए प्रोजेक्ट्स का शामिल होना भी है। कंपनी के मुताबिक पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर के कारण जून तिमाही में निर्माण कार्य पर असर देखने को मिला था।
पिछले साल कंपनी ने 6,000 हाउसिंग इकाई को डिलिवर किया था जबकि मौजूदा वित्त वर्ष में 10000 इकाई डिलिवर करने का लक्ष्य है।
घरों की मांग में बढ़ोतरी के कारण कंपनी का मौजूदा वित्त वर्ष में सेल्स बुकिंग में 27 फीसदी ग्रोथ का लक्ष्य है। बुकिंग की राशि पिछले साल के 9,024 करोड़ के मुकाबले 11,500 करोड़ रुपए होने का लक्ष्य है। 11,500 करोड़ रुपए के बुकिंग लक्ष्य में कंपनी को उम्मीद है कि 10,500 करोड़ रुपए रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स से जबकि बाकी की रकम व्यावसायिक संपत्तियों की बिक्री से मिलने की उम्मीद है।
कंपनी का फोकस मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन और पुणे पर जारी रहेगा। कंपनी बंगलुरु में भी अवसरों को तलाश रही है और इस मसले पर अगले कुछ हफ्तों में फैसला लिया जाएगा। पोर्टफोलियो बढ़ाने के लिए कंपनी का फोकस कैपिटल लाइट विधि पर ही जारी रहेगा, जिसके तहत जमीन के मालिक के साथ करार कर निवेश किया जाता है। इसमें केवल कंस्ट्रक्शन पर निवेश किया जाता है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में करीब 15000 करोड़ रुपए का ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यु पर हस्ताक्षर किया है।
मैक्रोटेक डेवलपर्स का पिछले वित्त वर्ष में कंसोलिडेटेड मुनाफा कई गुना बढ़कर 1,202.37 करोड़ रुपए रहा। साल 2020-21 में कंपनी का नेट मुनाफा 40.16 करोड़ रुपए था। कंपनी की आय 2020-21 के 5,771.65 करोड़ रुपए से बढ़कर 2021-22 में 9,579.17 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। (शेयर मंथन 8 मई,2022)