26/11 की याद

चेतन शर्मा, सलाहकार संपादक, जी बिजनेस

मुनाफा साथ हो जब अपने
हम दुनिया को दिखा देंगे
हम बाजार में जीतने के
अंदाज सिखा देंगे

जो जीता वही सिकंदर
चाहे हो बाजार के बाहर
या बाजार के अंदर
और आज का सिकंदर है खरीदार
चाहे विश्व का हो कोई बाजार
वॉल स्ट्रीट पर डॉव ने
देखी इस वर्ष की ऊँचाई
ज्यादा नौकरियाँ, ज्यादा खर्च
और ज्यादा बिक्री है रंग लायी
गिरते डॉलर ने लगातार
सोने की चमक बढ़ायी
और आरबीआई ने भारतीय बैंकों के
कामकाज पर संतुष्टि जतायी
उधर चढ़ते विदेशी निवेश पर
सरकार ने चिंता तो मानी
कम होगा एनआरआई डिपॉजिट पर ब्याज
और बढ़ेगी एफआईआई होल्डिंग पर निगरानी
आज उतार-चढ़ाव के बीच
ऊपर प्रॉफिट हो सकता है बुक
सेटलमेंट के दिन एकतरफा नहीं रहेगा रुख
और इस सबके बीच आज
मुंबई के हादसे की याद
लाती है दुख
लेकिन हमारी बेबसी और लाचारी से
सिर भी जाता है झुक

(शेयर मंथन, 26 नवंबर 2009)