जेट एयरवेज (Jet Airways) की फिर से उड़ने की उम्मीदें खत्म, लेनदारों ने चुनी दिवाला प्रक्रिया

बंद हो चुकी जेट एयरवेज (Jet Airways) के लेनदारों के समूह ने कर्ज वसूलने के लिए दिवाला कानून के मुताबिक कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में जाने का ऐलान कर दिया है।

एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह ने सोमवार को इतिहाद और हिंदुजा ग्रुप की एयरलाइन में निवेश की कड़ी शर्तों को मानने से इंकार कर दिया, जिससे जेट एयरवेज की फिर से उड़ने की सभी उम्मीदें खत्म हो गयीं।
गौरतलब है कि लेनदारों के समूह ने जेट एयरवेज के लिए खरीदार ढूँढ़ने के कई प्रयास किये, मगर एयरलाइन के लिए सिर्फ एक बोली ही प्राप्त हुई, जिसके साथ भी शर्तें जुड़ी थीं।
इतिहाद और हिंदुजा समूह की विमानन कंपनी में निवेश के बदले माँग थी कि बैंक अपना 95% और संचालन से जुड़े कर्जदाता 69% कर्ज माफ करें। इतिहाद और हिंदुजा 5,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दोबारा जेट एयरवेज की सेवाएँ शुरू करना चाहते थे। मगर बैंकों ने दिवालिया प्रक्रिया को बेहतर समझा।
बीएसई में जेट एयरवेज का शेयर 68.30 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले सीधे निचले सर्किट भाव 61.50 रुपये पर खुल कर 10.40 बजे के करीब 6.80 रुपये या 9.96% की कमजोरी के साथ इसी स्तर पर बरकरार है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 698.62 करोड़ रुपये की बची है। (शेयर मंथन, 18 जून 2019)