तीसरी तिमाही में टाटा मेटालिक्स का मुनाफा 73 फीसदी गिरा

टाटा मेटालिक्स ने वित्त वर्ष 2023 के तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का मुनाफा 73 फीसदी के भारी गिरावट के साथ 9.48 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी के मुनाफे में गिरावट की बड़ी वजह खर्चे में बढ़ोतरी है।

 कंपनी का खर्चा 642.83 करोड़ रुपये से बढ़कर 780.18 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान कंपनी ने 35.65 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। वहीं कंपनी की आय 693.12 करोड़ रुपये से बढ़कर 792.43 करोड़ रुपये हो गया है।

वहीं कंपनी के प्रबंध निदेशक आलोक कृष्णा ने कहा कि, कंपनी के पिग आयरन कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। इसकी वजह एक ब्लास्ट फर्नेश के कमजोर होने से उसे बार-बार बंद करना पड़ा जिससे लागत में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। ब्लास्ट फर्नेश के मरम्मत का काम दिसंबर 2022 के शुरुआत में पूरा हुआ है। वहीं डक्टाइल आयरन पाइप की नई इकाई काफी बढ़िया से काम कर रहा है। साथ ही हर तिमाही में यहां से वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसी उम्मीद है कि चौथी तिमाही में वॉल्यूम में और वृद्धि देखने को मिलेगी।

आपको बता दें कि टाटा मेटालिक्स टाटा स्टील की सब्सिडियरी कंपनी है जो पिग और डक्टाइल आयरन का उत्पादन करती है। कंपनी की सालाना हॉट (गर्म) मेटल का उत्पादन क्षमता 5 लाख टन है। इसमें से 2 लाख टन को डीआई (DI) पाइप यानी डक्टाइल आयरन में और 3 लाख टन को पिग आयरन में बदला जाता है। बीएसई पर टाटा मेटालिक्स का शेयर 0.25% गिर कर 832.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।

(शेयर मंथन, 17 जनवरी 2023)