प्रमुख आईटी सेवा प्रदाता विप्रो (Wipro) के अनुसार कंपनी के कुछ कर्मचारियों के ई-मेल पर हुए साइबर हमले का इसकी महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ा।
विप्रो ने इस मामले में एहतियाती कदम उठाये हैं। विप्रो के मुताबिक करीब 10 दिन पहले कुछ कर्मचारियों के ई-मेल पर गड़बड़ी के संदर्भ में कंपनी को अपने नेटवर्क पर संभावित असामान्य गतिविधियों का पता चला। विप्रो के कुछ कर्मचारियों के खातों के संबंध में एडवांस्ड फिशिंग कैम्पेन चलाया गया।
गड़बड़ी का पता चलते ही विप्रो ने प्रभावित कर्मचारियों के खातों को अलग कर जाँच शुरू कर दी और कई जरूरी कदम उठाये। हालाँकि इस पूरे मामले में कंपनी की महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों पर असर नहीं पड़ा।
इससे पहले साइबर सुरक्षा ब्लॉग क्रेब्स ऑन सिक्योरिटी ने विप्रो के सिस्टम में सेंध लगने की बात कही थी।
विप्रो ने उद्योग में अग्रणी साइबर सुरक्षा गतिविधियों का उपयोग और कई एहतियाती उपाय किये हैं। साथ ही विप्रो ने इस जानकारी को भागीदारों के साथ साझा किया है, ताकि ‘एंटीवायरस सिग्नेचर’ तैयार किया जा सके।
उधर बीएसई में विप्रो का शेयर गुरुवार को 3.70 रुपये या 1.32% की मजबूती के साथ 284.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,71,846.48 करोड़ रुपये है। वहीं पिछले 52 हफ्तों की अवधि में कंपनी का शेयर 297.00 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा और 190.13 रुपये के निचले भाव तक फिसला है। (शेयर मंथन, 20 अप्रैल 2019)