वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) को 2019 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 50,922 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
यह भारतीय इतिहास में किसी कंपनी को हुआ सर्वाधिक तिमाही घाटा है। दरअसल उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर कंपनी ने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की देय राशि के भुगतान का प्रोविजन बनाया है, जिससे इसके घाटे में जोरदार बढ़ोतरी हुई। बता दें कि दूरसंचार विभाग ने नोटिस जारी कर करके उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार दूरसंचार कंपनियों को तीन महीने के भीतर बकाया चुकाने को कहा है। वोडाफोन आइडिया को 54,183.9 करोड़ रुपये के बकाया एजीआर का भुगतान करना है। कंपनी को हुए घाटे के पीछे दूरसंचार क्षेत्र में चल रही मूल्य निर्धारण प्रतियोगिता भी है।
वोडाफोन आइडिया को पिछसे साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में 4,947 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वोडाफोन आइडिया की शुद्ध आमदनी 7,878.6 करोड़ रुपये से 42% बढ़ कर 11,146.4 करोड़ रुपये रही। तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी का एबिटा 15% की गिरावट के साथ 1,050 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 130 आधार अंक गिर कर 9.7% रह गया। कंपनी की एआरपीयू (प्रति उपभोक्ता औसत आमदनी) भी 1% लुढ़क कर 107 रुपये हो गया। यह लगातार पाँचवी तिमाही रही जिसमें वोडाफोन आइडिया के उपभोक्ताओं की संख्या घटी है।
वोडाफोन आइडिया के नतीजों को प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कमजोर बताया है।
बीएसई में वोडाफोन का शेयर 2.95 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 2.66 रुपये पर खुल कर अभी तक के सत्र में 3.25 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा है। पौने 12 बजे के करीब कंपनी का शेयर 0.12 रुपये या 4.07% की बढ़ोतरी के साथ 3.07 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर वोडाफोन आइडिया की बाजार पूँजी 8,793.03 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 27.51 रुपये और निचला स्तर 2.61 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 15 नवंबर 2019)