एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट के लिए एमएंडएम का फॉक्सवैगन के साथ करार

महिंद्रा एंड महिंद्रा यानी एमएंडएम ने फॉक्सवैगन के साथ करार पर हस्ताक्षर किया है। कंपनी ने यह करार एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट के लिए किया है। इस करार के तहत एमईबी यानी मोड्यूलर इलेक्ट्रिक ड्राइव मैट्रिक्स के इस्तेमाल के लिए संभावनाएं तलाशे जाएंगे।

महिंद्रा एंड महिंद्रा का इरादा अपने बोर्न इलेक्ट्रिक प्लैटफॉर्म को एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट से लैस करने का है। इसके तहत कंपनी इलेक्ट्रिक मोटर्स, बैटरी सिस्टम कंपोनेन्ट्स और बैटरी सेल्स को एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट से लैस करेगी।
एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक आपूर्ति को लेकर किया गया यह कॉन्ट्रैक्ट 2022 के अंत तक पूरा करने की योजना है। एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट का फायदा यह है कि बिजली से चलने वाली गाड़ियां बनाने वाली कंपनियों के लिए यह काफी किफायती है। साथ ही इसके इस्तेमाल से गाड़ियां बनाने में समय भी कम लगेगा।
फॉक्सवैगन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और टेक्नोलॉजी के लिए ग्रुप बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य Thomas Schmall ने कहा कि महिंद्रा के साथ मिलकर भारत में विद्युतीकरण की दिशा में बड़े स्तर पर योगदान देना चाहते हैं। भारत का ऑटोमोटिव बाजार काफी बड़ा है और ग्रोथ की काफी संभावनाएं है। इससे जलवायु सुरक्षा को भी काफी बल मिलेगा।
एमईबी इलेक्ट्रिक कंपोनेन्ट तकनीकी तौर पर बेहतर होने के साथ ही लागत के मोर्चे पर काफी कंपीटिटिव है। कंपनी ई-मोबिलिटी के लिए ओपन प्लैटफॉर्म विकसित करने पर काम कर रही है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार है जहां पर सालाना 30 लाख से ज्यादा गाड़ियों का उत्पादन होता है। इस बाजार के 2030 तक 50 लाख गाड़ियों तक पहुंचने का अनुमान है। मौजूदा समय में पेट्रोल, डीजल गाड़ियों का बाजार में दबदबा है। उद्योग जगत के विशेषज्ञों के मुताबिक 2030 में आधी गाड़ियां पूरी तरह से बिजली से चलेंगी। महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटो एंड फार्म सेक्टर के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर के मुताबिक कंपनी नेक्स्ट जेन बोर्न इलेक्ट्रिक प्लैटफॉर्म को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्डशायर में जल्द ही उतारेगी। आपको बता दें कि फॉक्सवैगन का एमईबी इलेक्ट्रिक प्लैटफॉर्म ग्रुप के ब्रांड्स फॉक्सवैगन, ऑडी,स्कोडा और और SEAT/CUPRA में भी होता है। इसके अलावा बाहर के साझीदार भी इस एमईबी इलेक्ट्रिक प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। (शेयर मंथन 19 मई 2022)