यूरोप-अमेरिका में गिरावट, एशिया में लाली

विभिन्न नकारात्मक आंकड़ों और अनुमानों के बीच अमेरिकी बाजारों में बुधवार को निवेशकों का भय सिर चढ़ कर बोला। वाणिज्य विभाग द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने नये भवनों के निर्माण की दर में 4.5% की गिरावट दर्ज की गयी। फेडरल रिजर्व द्वारा अमेरिकी आर्थिक गतिविधियों के लिए इस साल और अगले साल के लिए जारी किये गये अनुमानों में कमी किये जाने के बाद निवेशक भयग्रस्त हो गये, फलस्वरूप बुधवार के कारोबार में डॉव जोंस में 5% से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी और यह 8,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ। नैस्डैक में 6.5% से अधिक की कमजोरी दर्ज की गयी। श्रम विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि महंगाई दर में कमी उपभोक्ताओं के लिए अच्छी है, लेकिन इससे उत्पाद निर्माता कंपनियों की आमदनी और लाभ पर बुरा असर पड़ेगा। विश्लेषकों का मानना है कि ऑटो निर्माता कंपनियों के लिए राहत पैकेज के बारे में जारी अनिश्चितता से भी बाजार की निराशा बढ़ी है। निवेशक इन आंकड़ो और अनुमानों से आने वाले समय में अर्थव्यवस्था में संभावित धीमेपन का अनुमान लगा रहे हैं। नाइमेक्स में कच्चे तेल का भाव 0.77 डॉलर गिर कर 53.62 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। यूरोप में डैक्स में 4.92%, एफटीएसई 100 में 4.82% और कैक 40 में 4% की कमजोरी दर्ज की गयी।
कल की यूरोपीय और अमेरिकी बाजार की गिरावट का साफ असर गुरुवार की सुबह एशियाई बाजारों पर दिख रहा है। सभी एशियाई बाजार औंधे मुंह गिर रहे हैं। भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे, हैंग सेंग में 5% से अधिक की कमजोरी है। निक्केई और कॉस्पी में भी 4% से अधिक की गिरावट है। जकार्ता कंपोजिट, शंघाई कंपोजिट, स्ट्रेट टाइम्स और ताइवान वेटेड 2.5-3% नीचे चल रहे हैं।