सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की पहल पर नरेंद्र तनेजा (Narendra Taneja) से बातचीत

भारत ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक शानदार पहल की है। भारत ने बीते रविवार को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन या इंटरनेशनल सोलर एलायंस शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें 23 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और विभिन्न देशों के 10 मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधियों ने शिरकत की।


भारत को इस गठबंधन की जरूरत क्यों पड़ी और देश को इससे क्या लाभ होगा? इसे समझने के लिए राजीव रंझन झा ने की जानेमाने ऊर्जा विशेषज्ञ और भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र तनेजा से खास बातचीत।
इस चर्चा में नरेंद्र तनेजा ने बताया कि पिछले 150 सालों में भारत जैसे देशों की अर्थव्यवस्था जीवाश्म ईंधन यानी कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस आदि के इर्द-गिर्द रही है। मगर इसमें भारत की भूमिका कुछ खास नहीं रही, क्योंकि हमारे देश को 80% तक तेल और 50% तक गैस आयात करनी पड़ती है। वहीं कोयला भंडार हमारे पास बहुत अधिक है, मगर उसकी गुणवत्ता ज्यादा अच्छी नहीं है।
घरों में कैसे मुमकिन होगा सौर ऊर्जा का इस्तेमाल? कैसे होगा देश में सौर ऊर्जा संयंत्रों का विस्तार? इन सभी सवालों के जवाब दिये नरेंद्र तनेजा ने। पूरी बातचीत विस्तार से देखने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें :

https://www.facebook.com/rajeevranjanjha/videos/10155585035836492/

(शेयर मंथन, 13 मार्च 2018)