2018 में 9 प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री 7% बढ़ी, नयी आपूर्ति 22% गिरीः रिपोर्ट

डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, फ्लैट्स की बढ़ी हुई माँग से 2018 के दौरान हाउसिंग सेल्स में 7% तक की बढ़ोतरी देखी गयी, जिससे 9 प्रमुख शहरों में करीब 2.15 लाख यूनिट्स की बिक्री हुयी।

2018 के दौरान नये लॉन्च 22% घटकर 1.46 लाख यूनिट पर आ गये, जबकि पिछले साल यह 1.87 लाख यूनिट था। उच्चतर बिक्री और नयी आपूर्ति में गिरावट के कारण 31 दिसंबर, 2018 तक अनसोल्ड स्टॉक में 10% की गिरावट दर्ज हुयी, जो लगभग 6 लाख यूनिट्स रही।
प्रॉपइक्विटी द्वारा ट्रैक किए गये नौ शहर गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, ठाणे और चेन्नई हैं।
समीर जसूजा, संस्थापक और एमडी, प्रॉपइक्विटी ने बताया कि 2018 में, हमने शीर्ष नौ भारतीय शहरों में नये लॉन्च में 20% से अधिक की गिरावट देखी, क्योंकि पहले से शुरू की गयी परियोजनाओं को क्रियान्वित करने और आक्रामक रूप से बेचने वाले शहरों पर डेवलपर्स ने काम किया। इससे इन्वेंट्री सूची में 10% से अधिक की गिरावट आयी, और प्रभावी रूप से ये शीर्ष पर रहे। 2017 के मुकाबले इन नौ शहरों ने 2018 में 7.2% अधिक इकाइयाँ बेचीं।
उन्होंने कहा कि रियल्टी सेक्टर इस समय उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है, मुख्य रूप से रेडी-टू-मूव हाउसिंग यूनिट्स या उन प्रोजेक्ट्स के लिए, जो कम जोखिम वाले कारकों के कारण प्रतिस्पर्धा के करीब हैं। जसुजा ने बताया कि 2019 भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक वाटरशेड मोमेंट बनने जा रहा है। हम रेडी-टू-मूव और पासिंग प्रॉजेक्ट्स की ठोस माँग देख रहे हैं, जो मुख्य रूप से एंड-यूजर्स को पूरा करते हैं।
आँकड़ों के मुताबिक, 2018 के दौरान बेंगलुरु में 19% की बढ़ोतरी हुयी और 38,525 यूनिट्स बेचे गये, जबकि चेन्नई में बिक्री 40% बढ़कर 14,920 यूनिट्स रही। मुंबई में घरों की बिक्री 9% बढ़कर 22,413 यूनिट्स रही, पुणे में 16% की बढ़ोतरी के साथ 49,706 बिक्री हुयी और कोलकाता में 14% बढ़कर 14,166 यूनिट्स पर पहुँच गयी। (शेयर मंथन, 14 जनवरी 2019)