मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक सोमवार (15 अप्रैल) को घरेलू बाजार वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक चिंता से प्रभावित रहे। निफ्टी में गैप-डाउन शुरुआत के साथ ही पूरे सत्र के दौरान दबाव बना रहा और ये 247 अंक (1.10%) टूट कर 22,273 के स्तर पर बंद हुआ।
भारत के विक्स (अस्थिरता सूचकांक) में 8% की वृद्धि के बीच व्यापक बाजार में 1% की गिरावट आयी। ऑयल ऐंड गैस के अलावा सभी क्षेत्रों बिकवाली देखने को मिली। ईरान के इजरायल पर हमले को देखते हुए वैश्विक बाजार में कमजोरी रही, अमेरिका में ब्याज दरें लंबे समय तक ऊँची रहने की लगातार चिंता और कमजोर आय का दबाव भारतीय बाजार पर देखने को मिला।
इसके अतिरिक्त, खाद्य और प्रथमिक वस्तुओं के दाम में तेजी की वजह से भारत की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च में तीन महीने के उच्चतम स्तर 0.53% पर पहुँच गयी, जिससे बाजार भावनाएँ आहत हुईं। लिहाजा, हमारा मानना है कि घरेलू बाजार में अस्थिरता बढ़ने के बीच प्रतिकूल परिस्थितियाँ देखने को मिल सकती हैं।
तिमाही नतीजों का मौसम शुरू होने और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के चुनावी वादों के बीच, हमें क्षेत्र और स्टॉक आधारित गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं। वैश्विक स्तर पर आगे के संकेतों के लिए निवेशकों को आज देर रात जारी होने वाले अमेरिका के प्रमुख खुदरा बिक्री आँकड़े और चीन की प्रथम तिमाही के जीडीपी आँकड़ों का बेसब्री से इंतजार होगा।
(शेयर मंथन, 15 अप्रैल 2024)
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