भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने देश में जॉब मार्केट पर मँड़राते खतरे पर जताई चिंता

भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने बुधवार को देश के रोजगार बाजार पर आने वाली पीढ़ी के लिए रोजगार पैदा करने की बढ़ती चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की है।

सीआईआई का अवलोकन सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा देश में बेरोजगारी की दर के बढ़ने की रिपोर्ट के एक दिन बाद आया है।
सीआईआई के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल ने वार्षिक क्षेत्रीय बैठक में कहा, "सबसे बड़ी बात यह है कि नौकरियां परेशान कर रही हैं .... निजी क्षेत्र में कम खपत और विनिर्माण में कम उपयोग के कारण नई पूँजी का निवेश नहीं होना एक गंभीर चिंता का विषय है।"
एक रिपोर्ट में, सीएमआईई ने कहा है कि बेरोजगारी की दर नौकरी चाहने वालों की संख्या में गिरावट के बावजूद चढ़ गयी है। मित्तल ने कहा कि वर्तमान में 6 वर्ष से 16 वर्ष की आयु के बीच 30 करोड़ बच्चे हैं, जो 10 साल बाद नौकरी के बाजार में शामिल होंगे जो एक बड़ी चुनौती हो सकती है।
स्पष्ट रूप से, हमें अभी काम करने की आवश्यकता है। स्कूल स्तर से व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू करना लोगों को रोजगार देने के लिए बहुत अच्छा है। प्रौद्योगिकी तेजी से आगे बढ़ रही है और हर पाँच साल में व्यवधान आ रहे हैं। उद्योग को एकेडमिया के साथ बैठना होगा और तदनुसार योजना बनानी होगी।
अर्थव्यवस्था पर, उन्होंने कहा कि 2018-19 की पहली छमाही 2-3 साल की धीमी गति के अंतराल के बाद अच्छी तरह से बीत गयी।
भारती एंटरप्राइजेज के वाइस चेयरमैन मित्तल ने कहा कि तीसरी तिमाही में मॉडरेट किया गया था और सुधार होने से पहले चुनावों की वजह से चौथी तिमाही में हालात और बिगड़ जायेंगे। (शेयर मंथन, 07 मार्च 2019)