नये उत्पादों की पेशकश में गिरावट से सुस्त पड़ी दवा बिक्री

बाजार रिसर्च फर्म एआईओसीडी-एडब्ल्यूएसीएस (AIOCD-AWACS) के मुताबिक भारतीय दवा बाजार (आईपीएम) की वृद्धि मई में 19 महीनों के निचले स्तर पर पहुँच गयी।

साल दर साल आधार पर मई में घरेलू दवा बाजार में 7% की वृद्धि दर्ज की गयी। इससे पहले अक्टूबर 2017 में यह 4.9% रही थी।
आँकड़ों के अनुसार पहली बार मई में सभी स्थाई चिकित्सा दवाओं में केवल एक अंक में वृद्धि दर्ज की गयी। पिछले महीने आईपीएम बिक्री 11,244 करोड़ रुपये की रही।
एआईओसीडी-एडब्ल्यूएसीएस के आँकड़ों के अनुसार पिछली लगातार चार तिमाहियों में आईपीएम वृद्धि दर औसतन 10% रही थी।
मई 2019 में एंटी-डायबिटिक में 9.8%, कार्डियोवस्कुलर में 9.1%, सेंट्रल नर्वस सिस्टम (सीएनएस) सेगमेंट में 8.1%, श्वसन (Respiratory) में 4.2%, त्वचाविज्ञान (Dermatology) में 6.3% और जठरांत्र (Gastrointestinal) में 5.1% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
मूल्य नियंत्रित जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) 2013 अणु बाजार में 5% और गैर-एनएलईएम में 7.5% की वृद्धि देखने को मिली। पिछले महीने मात्रा (Volume) में 66.4% की गिरावट आयी, जबकि कीमतों में 5.1% का इजाफा हुआ।
खास बात यह है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों की 5.8% की वृद्धि की तुलना में मई 2019 में भारतीय कंपनियों की वृद्धि दर 7.3% रही। भारतीय कंपनियों की आईपीएम में 80% बाजार हिस्सेदारी है। (शेयर मंथन, 15 जून 2019)