जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की उम्मीद - स्काईमेट (Skymet)

स्काईमेट (Skymet) के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान अगले 24 घंटों में मध्य प्रदेश और गुजरात के पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधि कम हो जायेगी, जबकि पश्चिमी गुजरात और कच्छ में कई स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर बेहद भारी बारिश की संभावना है।

इसके अलावा राजकोट, भुज और द्वारका के भागों में बाढ़ की संभावना है। साथ ही तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिलेगी।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तराई वाले भाग, पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों के अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश देखी जा सकती है। आंध्र प्रदेश के दक्षिणी भागों, रायलसीमा और पूर्वी तमिलनाडु के हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क होगा। इन हिस्सों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश होने के आसार हैं।

पिछले 24 घंटों के दौरान हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात, केरल और तटीय कर्नाटक और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश रिकॉर्ड की गयी। मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, केरल, दक्षिण कर्नाटक, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों के कई स्थानों पर मध्यम बारिश देखी गयी। रायलसीमा, दक्षिण-पूर्व तमिलनाडु और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, जहाँ मौसम लगभग शुष्क था, इन जगहों को छोड़ कर देश के बाकी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश देखी गयी। इस दौरान आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर में दिन का तापमान 40 डिग्री तक पहुँच गया।

देश भर में बने मौसमी सिस्टम
डिप्रेशन एक अच्छी तरह से चिन्हित निम्न दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर हो गया है और उत्तरी गुजरात और उससे सटे दक्षिण राजस्थान पर है। यह प्रणाली ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुक रही है। मॉनसून की अक्षीय रेखा भुज से निम्न दवाब क्षेत्र के मध्य से होते हुए मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और फिर पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रहा है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिणी गुजरात के केरल के भागों तक फैली हुई है। पश्चिमी विक्षोभ एक ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के भागों पर है। इस प्रणाली के प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवा का क्षेत्र असम के भागों पर विकसित है। (शेयर मंथन, 10 अगस्त 2019)