लगातार तीन महीने गिरावट के बाद आईआईपी (IIP) दर में तेजी

अर्थव्यवस्था की गतिविधियों में तेजी या सुस्ती के संकेतक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में नवंबर में तेजी दर्ज की गयी।

लगातार तीन महीनों तक औद्योगिक उत्पादन में सिकुड़न के बाद यह तेजी दर्ज की गयी है। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation) की ओर से शुक्रवार को जारी आँकड़ों के मुताबिक नवंबर 2019 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index of Industrial Production) या आईआईपी (IIP) दर 1.8% रही। इससे पहले यह अक्टूबर में -3.8%, सितंबर में -4.3% और अगस्त में -1.1% रही थी। पिछले साल नवंबर में आईआईपी दर 0.2% रही थी।
ताजा आँकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2019 में कुल 23 विनिर्माण उद्योग समूहों में से 13 समूहों में वृद्धि दर्ज की गयी। नवंबर में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 2.7% रही, जो नवंबर 2018 में -0.7% रही थी। वहीं खनन क्षेत्र की वृद्धि दर नवंबर 2018 के 2.7% के मुकाबले नवंबर 2019 में 1.7% रही। इसके अलावा विद्युत उत्पादन की आईआईपी दर नवंबर 2018 के 5.1% की तुलना में नवंबर 2019 में -5.0% रही। नवंबर में कैपिटल गुड्स क्षेत्र की वृद्धि दर -8.6% रही, जो नवंबर 2018 में -4.1% रही थी। (शेयर मंथन, 11 जनवरी 2020)