अरुण सक्सेना जानना चाहते हैं कि उन्हें आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल ब्रांड्स के शेयर में आगे क्या रणनीति अपनानी चाहिए। उन्होंने यह शेयर 200 की संख्या में 140 रुपये के भाव पर खरीदा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस स्टॉक में और तेजी की संभावना है या निवेशकों को फिलहाल इंतजार करना चाहिए?
बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार इस सवाल के जवाब में कहते हैं कि इस स्टॉक को लेकर सबसे अहम बात यह है कि मैनेजमेंट ने अब अपने ग्रुप स्ट्रक्चर को लेकर पूरी तरह स्पष्टता दे दी है। कंपनी ने साफ कहा है कि आगे किसी भी तरह के मर्जर या डीमर्जर पर उनका फोकस नहीं रहेगा। जो सेगमेंटेशन करना था, वह पूरा हो चुका है। एक तरफ एथनिक और दूसरी तरफ वेस्टर्न व पेंटालून जैसे ब्रांड्सअब दोनों ही बिजनेस अपने-अपने ग्रोथ पाथ पर फोकस करेंगे।
बिजनेस के नजरिए से देखें तो रिटेल और फैशन सेगमेंट में भारत के पास लंबी अवधि का जबरदस्त अवसर है। आदित्य बिरला ग्रुप के अलावा अरविंद, ट्रेंट जैसे बड़े खिलाड़ी भी इसी स्पेस में हैं, जो इस बात का संकेत है कि यह सेक्टर आने वाले 5 से 10 साल में काफी बड़ा हो सकता है। बढ़ती आबादी, प्रति व्यक्ति आय में इजाफा और डिस्पोजेबल इनकम का बढ़ना इस सेक्टर के लिए मजबूत सपोर्ट बनाता है। आदित्य बिरला लाइफस्टाइल ब्रांड्स का मॉडल भी काफी हद तक एसेट-लाइट है, जहां ब्रांड और मार्केटिंग पर ज्यादा फोकस है, न कि भारी इन-हाउस मैन्युफैक्चरिंग पर। यही बात इसे लंबे समय में एक स्थिर ग्रोथ स्टोरी बनाती है।