कमिंस इंडिया का टेक्निमोंट के साथ करार

 वैश्विक स्तर पर पावर सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी कमिंस ने टेक्निमोंट (Tecnimont) के साथ करार किया है। इस करार के तहत कंपनी सरकारी कंपनी गेल (GAIL) यानी गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्रोटोन एक्सचेंज मेंब्रेन इलेक्ट्रोलाइजर लगाने में मदद करेगी।

 यह इलेक्ट्रोलाइजर इकाई मध्य प्रदेश के विजयपुर में लगाई जाएगी। इकाई के स्थापना के बाद यह देश के बड़े इकाइयों में शामिल होगा। इस इकाई से रोजाना 4.3 टन ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन होने की उम्मीद है। यह ग्रीन हाइड्रोजन 10 मेगा वाट इलेक्ट्रिक पावर के बराबर है।आपको बता दें कि टेक्निमोंट प्राइवेट लिमिटेड (TCMPL) एक इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी है। यह मेरी टेक्निमोंट ग्रुप (Maire Tecnimont Group) की भारतीय सब्सिडियरी है। कमिंस गेल प्रोजेक्ट के लिए अपने पीईएम (PEM) proton exchange membrane इलेक्ट्रोलाइसिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगी।

कमिंस इंडिया के प्रबंध निदेशक अश्वथराम के मुताबिक सरकारी कंपनी गेल का ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन प्रोजेक्ट कंपनी के पीईएम इलेक्ट्रोलाइजर तकनीक पर आधारित है। इस तकनीक की मदद से बनने वाला यह पहला प्रोजेक्ट है। इससे भविष्य में और प्रोजेक्ट के बनने की राह आसान होगी। कमिंस ने पूरे विश्व में 600 इलेक्ट्रोलाइजर पीईएम तकनीक से बना कर ग्राहकों को सौंपी है। इसमें अल्कलाइन तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाता है। कंपनी के मुताबिक इलेक्ट्रोलाइजर का इस्तेमाल अलग-अलग जगहों पर किया जाता है जिसमें हाइड्रोजन रिफ्यूलिंग स्टेशन, औद्योगिक इस्तेमाल, गैस ग्रिड और एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट शामिल है। कमिंस इंडिया का शेयर आज बीएसई (BSE) पर 1.24% चढ़ कर 1467 प्रति शेयर पर बंद हुआ है।

(शेयर मंथन 07 दिसंबर, 2022)